मुंबई में लगातार कोरोना का कहर बढ़ते ही जा रहा है. इस संक्रमण को काबू में लेन के लिए अब बीएमसी (BMC) ने बड़ा फैसला लिया है. दहिसर, बोरीवली और कांदिवली समेत पश्चिम उपनगर में कोरोना का एक भी केस मिला तो पूरी बिल्डिंग या फिर बिल्डिंग की पूरी विंग सील कर दी जाएगी. बीएमसी के इस फैसले के बाद स्थानीय रहिवासियों ने सवाल उठाया है कि, ‘लॉकडाउन में ढील देने के बाद बिल्डिंग को सील करने का कारण क्या है ?’
बीएमसी परिमंडल -7 के उपयुक्त विश्वास शंकरवार ने बताया कि, बीएमसी (BMC) ने किराना की दुकान और दवाइयों की दुकान के कर्मचारियों को रैपिड एन्टीजन टेस्ट कराने की योजना बना रही है. कोरोना (Corona Virus) से संक्रमित लोग आवश्यक वस्तुओं और दवाई को खरीदने के लिए आपने एरिया से बाहर नहीं निकल पाए हैं. यह सब को देखते हुए बीएमसी ने एन्टीजन का परीक्षण करने का निर्णय लिया है.
उन्होंने कहा, उच्च जोखिम वाले संपर्क में रोगियों की संख्या में 20 से 40 प्रतिशत की वृद्धि हुई है. इसका मतलब है कि जो लोग सोसाइटी में रहते है, वे घर में क्वारंटाइन का पालन सही से नहीं करते है, जिसके वजह से कोरोना का भयानक रूप देखने मिल रहा है. इस समय सोसाइटी में से 70 फीसदी और बस्तियों में से 30 फीसदी कोरोना के मरीज सामने आ रहे है. इसलिए, देखभाल करने कि आवश्यकता है ताकि कोरोना को काबू में कर सके.
स्थानीय लोगों का कहना है कि इस कदम से बहुत असुविधा होगी, खासकर जब एक सोसयटी में 100 से अधिक फ्लैट हों. वायसराय पार्क, दहिसर के सचिव सुरेश पुजारी ने कहा, कॉम्प्लेक्स, जहां एक कोरोना का मामला पाया गया है, यहाँ 150 फ्लैट हैं और इसे पूरी तरह से सील करना सही नहीं है.
बोरीवली से स्थानीय शिवसेना नेता अभिषेक घोषालकर ने कहा, “मैंने बीएमसी से अनुरोध किया है कि पूरी इमारत को तभी सील किया जाए जब एक से अधिक सक्रिय मामलों का पता लगाया जाए.
मुंबई में 1,245 नए मामले दर्ज किए गए
गुरुवार को, मुंबई में 1,245 ताजा मामले दर्ज किए गए, 55 नई मौतें हुईं, मुंबई करोना से संक्रमितों का आकड़ा 105,923 तक पहुंच गया है, जबकि अबतक शहर में 5,930 लोगों की मौत हुई है. मुंबई में छुट्टी पाने वाले मरीजों की कुल संख्या 72% की वसूली दर के साथ 77,102 हो गई है और गुरुवार तक कुल सक्रिय मामलों की संख्या 22,598 हुए.