बृहन्मुंबई नगर निगम (BMC) ने एक बार फिर इमारतों को सील करने के लिए प्रोटोकॉल बदला है जहां पहले कोविद -19 के एक या अधक मामले आने पर पूरी बिल्डिंग सील की जाती थी. बुधवार को नया प्रोटोकॉल जारी किया गया, नए प्रोटोकॉल के अनुसार नागरिक निकाय अब तीन से अधिक सकारात्मक मामले आने के बाद, एक इमारत को पूरी तरह से सील कर देगी.
आर साउथ वार्ड के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, “अगर एक इमारत से तीन या अधिक कोविद -19 मामले सामने आते हैं, तो नागरिक निकाय पूरी तरह से एक इमारत को सील कर देगा। यदि तीन से कम मामलों की सूचना दी जाती है, तो नागरिक अधिकारी केवल इमारत के एक विशेष तल (फ्लोर) को सील कर देंगे और अन्य निवासियों के आवाजाही पर कोई प्रतिबंध नहीं लगाया जाएगा“.
नागरिकों की शिकायतों के बाद बीएमसी ने यह कदम लिया है, लोगोंनें पिछले हफ्ते जारी किए गए बीएमसी के फैसले का विरोध किया था. आपको बता दे एक कोविद -19 मामले के बाद 14 दिनों के लिए पश्चिमी उपनगर में स्थित एक पूरी इमारत को सील करदिया गया था और निवासियों के आवाजाही पर प्रतिबंधित कर दिया था. जिसके बाद वहां के लोगोंनें बीएमसी के फैसले का विरोध किय.
एक केस आने पर इमारतों को पूरी तरह से सील करने के फैसले के बाद
बीएमसी (BMC) द्वारा एक केस आने पर इमारतों को पूरी तरह से सील करने के दिशा-निर्देश जारी किए जाने के तुरंत बाद, कई निवासियों और राजनेताओं ने शिकायत की थी कि उन्हें काम पर जाने या किराने का सामान खरीदने के लिए समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है.
मुंबई के इन तीन वार्ड में कोरोना वायरस बेकाबू
नागरिक निकाय ने कांदिवली (Kandivali), बोरीवली (Borivali) और दहिसर (Dahisar) क्षेत्रों में कोविद -19 मामलों में तेजी के बाद सीलिंग इमारतों पर अपने दिशानिर्देशों को जारी किया था. बीएमसी के वार्ड वाइज आंकड़ों के अनुसार, तीन क्षेत्रों में कोविद -19 की वृद्धि दर 1.1 प्रतिशत से 1.7 प्रतिशत के बीच है, जो मुंबई के दैनिक औसत 1.02 प्रतिशत से अधिक है. इन क्षेत्रों के लिए वायरस की दोहरीकरण दर (डबलिंग रेट) भी शहर के औसतन 69 दिनों से कम है.
सिविक डेटा के अनुसार, कांदिवली में 526, बोरीवली में 673 और दहिसर में 213 इमारतें सील हैं. इन सीलबंद इमारतों ने एक साथ 2,600 से अधिक मामलों की सूचना दी है.