महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई में संक्रमण के मामले थम नहीं रहे हैं. शहर भर के कई वार्डों, विशेष रूप से उत्तर मुंबई में तेज़ी से बढ़ रहा है कोरोना का केस.
मुंबई में इस समय नए मामलों की वार्ड-वार वृद्धि दर 1.58 प्रतिशत हैं। हालांकि, शहर के दस वार्डों की औसत विकास दर मुंबई के समग्र औसत दर से ज्यादा हैं.
बृहन्मुंबई नगर निगम (BMC) द्वारा जारी रिपोर्ट के अनुसार, उत्तर मुंबई (North Mumbai) में कोरोना के केस सबसे ज्यादा हैं. 6 जुलाई तक के आंकड़ों में कहा गया हैं कि, वार्ड-टी (मुलुंड) कि वृद्धि दर 3.4 प्रतिशत है, वार्ड आर-सेंट्रल (बोरीवली) में कोरोना वृद्धि दर 3.2 प्रतिशत है, आर-नार्थ (दहिसर) में कोरोना वृद्धि दर 2.8 प्रतिशत है, आर-साउथ (कांदिवली) इलाके में 2.5 प्रतिशत है और पी-नार्थ (मलाड) में 2.3 फीसदी है। सभी इलाके में कोरोना वृद्धि दर के साथ मरीजों कि संख्या में भी वृद्धि हो रही है.
वार्ड आर साउथ (कांदिवली) में 3330 मामले आमने आए हैं, वही वार्ड आर सेंट्रल (बोरीवली) में 3265 मामले और वार्ड आर नार्थ (दहिसर) में 1938 मामले हैं. मुंबई में वार्ड पी-नार्थ (मलाड) में भी सबसे ज्यादा मामले सामने आए हैं.
ये तीनों वार्ड में डबलिंग रेट भी मुंबई के सभी वार्डों कि अपेक्षा सबसे कम हैं. वार्ड-टी (मुलुंड) में डबलिंग रेट 28 दिन हैं, वार्ड आर-सेंट्रल (बोरीवली) में डबलिंग रेट 22 दिन, वार्ड आर-साउथ (कांदिवली) में 25 दिन, वार्ड आर-नार्थ (दहिसर) में डबलिंग रेट 28 दिन और वार्ड पी-नार्थ (मलाड ) में डबलिंग रेट 31 दिन हैं.
बीएमसी ने उत्तर मुंबई में कोरोना मामलों के अचानक बढ़ोतरी को रोकने के लिए कई इलाकों और इमारतों को सील कर दिया हैं. वार्ड आर सेंट्रल (बोरीवली) में कुल 830 भवन सील किये गए हैं. वहीं मलाड में 484 , कांदिवली में 194 और दहिसर में 552 इमारतों को सील किया गया हैं.