राज्य में नगर निगम चुनाव प्रचार का आज अंतिम दिन है, लेकिन मतदान से ठीक पहले कुछ नगर पालिकाओं में महापौर और नगरसेवक पदों के चुनाव अचानक स्थगित किए जाने से राजनीतिक माहौल गर्मा गया है। चुनाव आयोग के इस कदम की सभी दलों की तरफ से तीखी प्रतिक्रिया सामने आ रही है। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने भी इस निर्णय पर नाराज़गी जताई है, जबकि कांग्रेस नेता और पूर्व मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण ने इसे सरकार की बड़ी विफलता करार दिया है। (political turmoil)
कराड में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में पृथ्वीराज चव्हाण ने कहा कि चुनाव आयोग ने गड़बड़ी की है और सरकार की जिम्मेदारी है कि चुनाव प्रक्रिया पारदर्शी और समय पर हो। उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य में नौकरशाही का दबदबा बढ़ा है और सरकार चुनावों में हस्तक्षेप कर रही है। चव्हाण के अनुसार, पिछले पाँच वर्षों में प्रशासनिक व्यवस्था के बिखराव के कारण लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं को नुकसान पहुँचा है।
अंतरराष्ट्रीय राजनीति पर बड़ा दावा
चव्हाण ने इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में अंतरराष्ट्रीय राजनीति को लेकर एक सनसनीखेज दावा भी किया। उन्होंने कहा कि “एक मराठी व्यक्ति के देश का प्रधानमंत्री बनने की संभावना है।” उनके इस बयान से राजनीतिक हलकों में हलचल मच गई है।
उन्होंने जेफ़री एपस्टीन मामले का उल्लेख करते हुए दावा किया कि अमेरिका में पिछले छह महीनों से एपस्टीन फाइलें चर्चा में हैं और यदि ये दस्तावेज़ सार्वजनिक होते हैं तो कई अंतरराष्ट्रीय नेताओं के नाम उजागर हो सकते हैं। चव्हाण के मुताबिक, इस मुद्दे में दुनिया के बड़े राजनीतिक नेताओं के नाम शामिल हैं, जिनमें अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प का नाम भी बताया जा रहा है। (political turmoil)
उन्होंने कहा कि अमेरिकी संसद ट्रम्प पर दबाव बना रही है और 10,000 दस्तावेज़ ज़ब्त कर चुकी है। चव्हाण ने दावा किया कि इन घटनाओं का वैश्विक राजनीति पर असर पड़ेगा और इससे भारत में भी अप्रत्याशित राजनीतिक बदलाव देखने को मिल सकते हैं।
सरकार पर साधा निशाना
चव्हाण ने चुनाव स्थगित होने के लिए सीधे राज्य सरकार को जिम्मेदार ठहराया। उनका आरोप है कि चुनाव आयोग पर राजनीतिक दबाव है और भाजपा के हस्तक्षेप के कारण लोकतांत्रिक प्रक्रिया प्रभावित हो रही है। उन्होंने कहा कि चाहे विपक्ष कितना भी विरोध कर ले, सरकार की मनमानी जारी है।
इस विवाद के चलते राज्य की राजनीतिक गतिविधियाँ तेज हो गई हैं और आने वाले दिनों में इस मुद्दे पर और टकराव बढ़ने की संभावना है। (political turmoil)
Also Read: Maharashtra: राज्य निर्वाचन आयोग ने दिया स्पष्टीकरण