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देश के 13 औऱ एयरपोर्ट प्राइवेट कंपनियों के अंडर में

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आने वाले महीनों में केंद्र सरकार देश के 13 और हवाई अड्डों का निजीकरण करेगी। इन हवाई अड्डों का स्वामित्व वर्तमान में भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (एएआई) के पास है।
हालांकि, मार्च 2022 तक इन हवाई अड्डों का प्रबंधन निजी कंपनियों को सौंप दिया जाएगा। केंद्र सरकार ने कुछ दिन पहले राष्ट्रीय मुद्रीकरण योजना की घोषणा की थी।इसके माध्यम से घाटे में चल रहे सरकारी उद्यमों की संपत्ति बेचकर धन जुटाने की योजना है। इसी प्रक्रिया के तहत देश के 13 हवाई अड्डों का निजीकरण किया जाएगा।

भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण के अध्यक्ष संजीव कुमार ने इस खबर की पुष्टि की। हमने केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्रालय को पीपीपी आधार पर संचालित होने वाले 13 हवाई अड्डों की सूची भेजी है। इसी के अनुरूप इन हवाईअड्डों की नीलामी प्रक्रिया को इस वित्तीय वर्ष के अंत तक पूरा करने का प्रयास किया जाएगा।

हवाईअड्डों की नीलामी संबंधित हवाई मार्गों पर प्रत्येक यात्री द्वारा अर्जित राजस्व को ध्यान में रखते हुए की जाएगी। संजीव कुमार ने कहा कि नीलामी की प्रक्रिया पहले भी इस तरह से सफलतापूर्वक पूरी की जा चुकी है।

भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण ने पिछले महीने 13 हवाई अड्डों के निजीकरण को मंजूरी दी थी। इसमें छह बड़े और सात छोटे हवाई अड्डे शामिल हैं। केंद्र सरकार ने राष्ट्रीय मुद्रीकरण योजना के माध्यम से सरकारी संपत्ति बेचकर 2024 तक 3,660 करोड़ रुपये जुटाने का लक्ष्य रखा है।

निजीकरण के लिए प्रस्तावित 13 प्रमुख हवाई अड्डों में वाराणसी, कुशीनगर, गया, अमृतसर, कांगड़ा, भुवनेश्वर और तिरुपति शामिल हैं। छोटे हवाई अड्डों में रायपुर, औरंगाबाद, इंदौर, जबलपुर, त्रिची और हुबली शामिल हैं। राष्ट्रीय मुद्रीकरण योजना के तहत, सरकार ने अगले चार वर्षों में देश में कुल 25 हवाई अड्डों के निजीकरण का लक्ष्य रखा है। इसमें मौजूदा 13 एयरपोर्ट शामिल हैं।

इससे पहले 2019 में, केंद्र सरकार ने छह हवाई अड्डों – अहमदाबाद, जयपुर, लखनऊ, तिरुवनंतपुरम, मैंगलोर और गुवाहाटी को पीपीपी आधार पर अदानी समूह को सौंप दिया था। वहीं जुलाई 2021 में, मुंबई में छत्रपति शिवाजी महाराज हवाई अड्डे को अदानी समूह को सौंप दिया गया था।

इन सभी हवाईअड्डों पर अगले 50 साल तक अदाणी समूह का मालिकाना हक रहेगा। इस दौरान इन हवाई अड्डों का विकास, प्रशासन और रखरखाव अदाणी समूह द्वारा किया जाएगा। अदाणी समूह का लक्ष्य देश में और अधिक हवाईअड्डों पर कब्जा करना है।

 

Reported By – Rajesh Soni

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