दुनिया के सबसे अमीर व्यक्तियों में से एक गौतम अडानी एक भारतीय व्यवसायी हैं। उनके नेतृत्व में अडानी ग्रुप बैंकों के कर्ज को कम करने की कोशिश कर रहा है। बैंक का कर्ज चुकाने के लिए अदाणी समूह कम से कम 5 अरब डॉलर जुटाने की योजना बना रहा है। ‘ब्लूमबर्ग’ की एक रिपोर्ट के मुताबिक अडानी ग्रुप का बैंकों पर कर्ज बढ़ता जा रहा है। इस बढ़ते कर्ज को कम करने के लिए अदाणी समूह ने अबू धाबी इन्वेस्टमेंट अथॉरिटी और मुबाडाला इन्वेस्टमेंट कंपनी लिमिटेड के साथ गठबंधन किया है। आदि ने फर्म के अधिकारियों से चर्चा की है। इसके अलावा कनाडा पेंशन प्लान इन्वेस्टमेंट बोर्ड और कतर इन्वेस्टमेंट अथॉरिटी से भी बातचीत हुई है। इन संस्थाओं के अधिकारियों ने कोष और सॉवरेन वेल्थ फंड के बारे में जानकारी ली है।
समाचार एजेंसियों के अनुसार, अदानी समूह की प्रमुख कंपनी, अदानी एंटरप्राइजेज लिमिटेड, अगले साल तक $1.8 बिलियन से $2.4 बिलियन के बीच जुटाने की योजना बना रही है। इसके अलावा कंपनी ने इस पर चर्चा के लिए 25 नवंबर को बैठक बुलाई है। धन जुटाने के लिए, अदानी समूह, अदानी एंटरप्राइजेज लिमिटेड, अगले साल 5-10 अरब डॉलर के शेयर जारी कर सकता है। फिलहाल इसको लेकर सिर्फ चर्चाएं हो रही हैं। इस संबंध में कोई अंतिम निर्णय नहीं लिया गया है। इस बारे में अदानी ग्रुप की ओर से कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है।
इससे पहले, रिलायंस ग्रुप के सीईओ मुकेश अंबानी, जो दुनिया के सबसे अमीर लोगों में से एक हैं, ने भी रिलायंस इंडस्ट्रीज को बैंक ऋण चुकाने के लिए 2020 में 27 बिलियन डॉलर से अधिक की राशि जुटाई थी। इसके मुताबिक बैंकों ने अडानी ग्रुप से कर्ज कम करने को कहा है। रिसर्च फर्म क्रेडिटसाइट्स ने सितंबर में अपनी रिपोर्ट में कहा था कि अडानी की कंपनियों पर ओवर-लीवरेज किया गया था।
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