मराठा कार्यकर्ता मनोज जारांगे पाटिल जालन्या के अंतरवली सराती गांव में पिछले सात दिनों से भूख हड़ताल पर हैं। तीन दिन पहले उनके अनशन स्थल पर पुलिस ने बेरहमी से लाठीचार्ज किया था. इसमें कई लोग घायल हो गये. इसलिए माहौल गर्म है. राज्य भर के कई दिग्गज नेताओं ने मनोज जारांगे से मुलाकात की है साथ ही इन नेताओं ने घायलों से भी मुलाकात की है. मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने शिव सेना नेता अर्जुन खोतकर को मनोज जारांगे को अपना अनशन खत्म करने के लिए एक महत्वपूर्ण संदेश भेजा।(Arjun Khotkar)
अर्जुन खोतकर ने मनोज जारांगे पाटिल से इस समय चर्चा के लिए दरवाजा खोलने का अनुरोध किया. इस समय जारांगे ने कहा कि वह चर्चा के लिए तैयार हैं. इस मौके पर अर्जुन खोतकर ने कुछ दस्तावेज दिखाए और लिखित आश्वासन दिया कि मराठों को कुनबी जाति प्रमाण पत्र दिया जाएगा. इस मौके पर मनोज जारांगे ने संबंधित दस्तावेजों में सुधार की बात कही. तदनुसार, अर्जुन खोतकर ने भी सुधार किया।(Arjun Khotkar)
मराठा उपसमिति की आज अहम बैठक हुई. अर्जुन खोतकर ने इस मुलाकात के बारे में मनोज जारांगे पाटिल को जानकारी दी. साथ ही अर्जुन खोतकर ने मनोज जारांगे को बताया कि मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपसमिति जल्द ही प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बड़ी घोषणा करेंगे. दूसरी ओर, जारांगे का मानना है कि जब तक मराठा आरक्षण के लिए सरकार का जीआर जारी नहीं हो जाता, तब तक वह भूख हड़ताल नहीं रोकेंगे. तो क्या अब अर्जुन खोतकर की मुलाकात के बाद जारांगे अपनी भूख हड़ताल तोड़ देंगे? ये देखना अहम होगा.