मुंबई के बोरिवली पश्चिम स्थित वजीरा नाका इलाके में एक बोगस कॉल सेंटर से अमेरिकी नागरिकों को फंसवाने वाले गिरोह का पर्दाफाश हुआ है। यह गिरोह माइक्रोसॉफ्ट एप्लीकेशन्स की तकनीकी समस्याओं के बहाने अमेरिकी नागरिकों से संपर्क करता था और उनके बैंक डिटेल्स प्राप्त करके उनसे फर्जी तरीके से धन की ठगी करता था।
पुलिस को मिली सूचना के आधार पर मुंबई पुलिस की अपराध शाखा यूनिट 12 ने एक ऑपरेशन चलाया और बोगस कॉल सेंटर पर छापा मारा। इस छापे में चार आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। आरोपियों के पास से 6 लैपटॉप, 20 मोबाइल फोन, 2 राउटर और कुल मिलाकर 2 लाख 41 हजार रुपये की कीमत का सामान जब्त किया गया है।
पुलिस की जांच में यह सामने आया है कि यह गिरोह कई अमेरिकी नागरिकों को अपनी जालसाजी का शिकार बना चुका था। कॉल सेंटर के माध्यम से आरोपियों ने तकनीकी समस्या के बहाने नागरिकों से संपर्क किया और उनके व्यक्तिगत बैंक विवरण प्राप्त कर उनका शोषण किया।
मुंबई पुलिस अब इस मामले में और जानकारी जुटा रही है यह जानने के लिए कि क्या इस गिरोह ने शहर के अन्य इलाकों में भी ऐसे कॉल सेंटर चलाए थे और लोगों को ठगा था। साथ ही पुलिस यह भी जांच कर रही है कि इस गिरोह में और कौन लोग शामिल हैं और उनका नेटवर्क कितना बड़ा है।
इस घटना के बाद मुंबई में बोगस कॉल सेंटर से संबंधित मामलों की बढ़ती संख्या पर चिंता जताई जा रही है। पुलिस ने नागरिकों से अपील की है कि वे किसी भी अजनबी से संपर्क करते समय सतर्क रहें और अपना व्यक्तिगत डेटा या बैंक डिटेल्स किसी को न दें।
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