किसने रोका इस्तीफा देने से ये लोग ही इस्तीफे की भाषा बोलते हैं।
उद्धव ठाकरे ने की इस्तीफे की बात अब उनके बेटे ने भी यही शुरू कर दिया है।
सहानुभूति की राजनीति ही करें।
आदित्य के विधानसभा क्षेत्र में एनसीपी ने बालासाहेब ठाकरे के खिलाफ कई आंदोलन किए हैं। उसी सचिन अहीर को अपनी पार्टी में ले लिया और विधायक बना लिया।
कुर्बानी देने का काम किया ताकि नाराज न हों और विधायक के लिए रास्ता तैयार करें। राजनीतिक खेलों के लिए इस्तीफे का नाटक।
सिंपल 5 पार्षद आप पर नहीं रुके। आपके पास कौन है?
सभाओं में बोलने के लिए लोगों को 400 से 500 रुपए देने पड़ते हैं।
ठाकरे समूह एक खेल खेल रहा है।
नासिक के लोगों ने शिव सेना के लिए मंदिर की नींव रखी, वही लोग शिंदे गुट में घुसे।
नासिक में घराना शाही जारी है।
शिंदे शोकांतिका ऐ की पत्नी के तौर पर ग्रुप में एंट्री कर रही हैं।
आदित्य बांद्रा से क्यों नहीं उठे।
पहले जहां रहते हैं वहीं से चुनाव लड़ें और फिर बोलें।
इस्तीफा देने के लिए हम आपका स्वागत करते हैं।
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