Beed Sarpanch murder : महाराष्ट्र के ठाणे में शिवसेना के सांसद नरेश म्हास्के ने बीड़ जिले के सरपंच संतोष देशमुख की हत्या के विरोध में एक बड़ा प्रदर्शन आयोजित किया। इस हत्या ने राज्य में भारी आक्रोश पैदा कर दिया है, और विपक्षी दलों के साथ-साथ जनता भी न्याय की मांग कर रही है। नरेश म्हास्के ने इस मामले में दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की और इस हत्या को लोकतंत्र और पंचायत प्रणाली के लिए एक गंभीर आघात करार दिया।(Beed Sarpanch murder)
सांसद नरेश म्हास्के ने ठाणे में आयोजित इस विरोध प्रदर्शन में कहा, “यह घटना न केवल बीड़ जिले के लिए, बल्कि पूरे राज्य के लिए एक बड़ा झटका है। पंचायत प्रणाली पर हमले के रूप में यह हत्या लोकतांत्रिक संस्थाओं पर सीधा हमला है। हम राज्य सरकार से मांग करते हैं कि इस मामले में तुरंत कार्रवाई की जाए और आरोपी दोषियों को शीघ्र गिरफ्तार किया जाए।”(Beed Sarpanch murder)
नरेश म्हास्के ने आगे कहा कि वह बीड़ सरपंच की हत्या के खिलाफ केवल विरोध नहीं कर रहे हैं, बल्कि पूरी राज्य सरकार से यह अपील कर रहे हैं कि वे इस मामले को गंभीरता से लेकर त्वरित न्याय प्रदान करें। उन्होंने कहा, “हमारे नेता और जनता इस हत्या को लेकर काफी गुस्से में हैं। हम न्याय के लिए हरसंभव प्रयास करेंगे।”
बीड़ सरपंच संतोष देशमुख की हत्या का मामला पिछले हफ्ते सामने आया था, जब दो संदिग्धों ने उन्हें गोली मार दी थी। आरोप है कि इस हत्या में कुछ व्यक्तिगत विवाद और राजनीतिक कारण शामिल हो सकते हैं। हालांकि, पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है, लेकिन अभी तक किसी भी संदिग्ध को गिरफ्तार नहीं किया गया है। नरेश म्हास्के ने पुलिस की जांच की गति पर भी सवाल उठाए और कहा कि जल्द से जल्द दोषियों को पकड़ने के लिए पुलिस को और तेज़ी से काम करना चाहिए।
विरोध प्रदर्शन के दौरान शिवसेना कार्यकर्ताओं ने “संतोष देशमुख को न्याय दो”, “दोषियों को सजा दो” जैसे नारे लगाए। यह प्रदर्शन ठाणे शहर के प्रमुख क्षेत्रों में आयोजित किया गया, जहां बड़ी संख्या में शिवसेना कार्यकर्ता और स्थानीय लोग उपस्थित हुए। विरोध प्रदर्शन के कारण शहर में कुछ समय के लिए यातायात प्रभावित हुआ, लेकिन पुलिस ने स्थिति को काबू में किया।
इस घटना के बाद से राज्यभर में पंचायत नेताओं की सुरक्षा को लेकर सवाल उठने लगे हैं। विपक्षी दलों ने भी सरकार से मांग की है कि पंचायत प्रतिनिधियों को बेहतर सुरक्षा प्रदान की जाए और ऐसे हमलों को रोकने के लिए ठोस कदम उठाए जाएं।
इस मामले ने राज्य की राजनीतिक स्थिति को भी प्रभावित किया है, और बीड़ जिले में बढ़ते अपराधों को लेकर चर्चा छिड़ गई है। राज्य सरकार पर दबाव बढ़ रहा है कि वह इस मामले में गंभीरता से कार्रवाई करे और जल्द से जल्द न्याय सुनिश्चित करे।
नरेश म्हास्के के विरोध प्रदर्शन ने राज्य के राजनीतिक मंच पर इस मुद्दे को और गंभीर बना दिया है, और अब यह देखना होगा कि सरकार इस मामले में क्या कदम उठाती है।
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