भूशी बांध इलाके में झरने में एक ही परिवार के 5 सदस्यों के बह जाने की घटना के बाद प्रशासन जाग गया है. इस घटना के बाद प्रशासन एक्शन मोड में आ गया है. प्रशासन ने लोनावला में भूशी बांध के पास अनाधिकृत कदमों पर कार्रवाई करते हुए बुलडोजर चला दिया है. भुशी डैप आपदा के बाद, लोनावला नगर परिषद और पुणे रेलवे बोर्ड प्रशासन ने कार्रवाई करने का निर्णय लिया।
मिली जानकारी के मुताबिक अतिक्रमण विभाग ने भूषी बांध के पास बने अनाधिकृत कदमों पर कार्रवाई की है . भूसी धाप के पास कई फूड स्टॉल लगाये गये थे. इन सभी कदमों पर कार्रवाई की गई है. भुशी बांध आपदा के बाद प्रशासन ने यह कार्रवाई करने का निर्णय लिया. लोनावला में दो परिवारों के पानी में बह जाने के बाद मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने सख्त कार्रवाई के आदेश दिए हैं. तब सोया हुआ प्रशासन जागा.
मुख्यमंत्री के आदेश के 24 घंटे के अंदर प्रशासन ने पर्यटन स्थल पर किये गये अवैध कब्जे को हटाना शुरू कर दिया है. यह कार्रवाई भूसी दाप क्षेत्र में पर्यटन में बाधा बन रहे छोटे होटल, फेरीवाले, चना-चाट बेचने वालों पर की गयी है. प्रशासन ने तत्काल कार्रवाई करने का निर्णय लिया ताकि भविष्य में अंसारी और सैयद परिवारों जैसी त्रासदी न हो और उन्हें इन अतिक्रमणों के लिए जिम्मेदार न ठहराया जाए। यह संयुक्त कार्रवाई लोनावला नगर परिषद और पुणे रेलवे बोर्ड प्रशासन ने की.
इस बीच, पर्यटक लोनावाला में प्रसिद्ध लायंस पॉइंट, टाइगर पॉइंट और शिवलिंग पॉइंट पर शाम 6 बजे तक ही जा सकेंगे। शाम 6 बजे के बाद इस पर्यटक स्थल पर पर्यटकों के जाने पर रोक रहेगी. नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कार्रवाई भी की जाएगी. लोनावाला में कई झरनों पर पर्यटकों के जाने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। प्रशासन ने यह फैसला उस घटना के बाद लिया है जिसमें अंसारी और सैयद परिवार बह गए थे. लोनावला में कई जगहों पर 31 अगस्त तक निषेधाज्ञा जारी की गई है.