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BJP Leader Statement: अकोला में भाजपा नेता के बयान से सियासी तूफान, विपक्ष का तीखा हमला

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BJP Leader Statement: अकोला में भाजपा नेता के बयान से सियासी तूफान,

महाराष्ट्र के अकोला में भाजपा नेता अशोक ओलम्बे के एक बयान ने राजनीतिक हलकों में भारी बवाल खड़ा कर दिया है। एक सार्वजनिक सभा के दौरान दिए गए बयान में यह कहा गया कि अगर जनता ने भाजपा को वोट नहीं दिया तो ‘लाडली बहन योजना’ बंद कर दी जाएगी। (BJP Leader Statement)

इस कथित बयान के सामने आने के बाद विपक्ष ने भाजपा पर लोकतंत्र को कमजोर करने और जनता को डराने का आरोप लगाते हुए जोरदार हमला बोला है।

बताया जा रहा है कि अकोला में एक चुनावी भाषण के दौरान अशोक ओलम्बे ने कहा कि सरकार की योजनाएं तभी जारी रहेंगी जब जनता भाजपा के पक्ष में मतदान करेगी। इस बयान का वीडियो और ऑडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसके बाद राजनीतिक माहौल गरमा गया है। खासकर महिलाओं के लिए चलाई जा रही लाडली बहन योजना को लेकर दिए गए इस बयान से जनता में नाराजगी देखने को मिल रही है।

विपक्षी दलों ने इस बयान को सीधा-सीधा वोट के बदले योजना का दबाव करार दिया है। कांग्रेस, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी और शिवसेना (उद्धव गुट) के नेताओं ने भाजपा पर आरोप लगाया कि वह सरकारी योजनाओं को चुनावी हथियार बनाकर जनता को धमका रही है। विपक्ष का कहना है कि कल्याणकारी योजनाएं किसी पार्टी की निजी संपत्ति नहीं होतीं, बल्कि यह जनता का अधिकार हैं।

कांग्रेस नेताओं ने कहा कि अगर वोट नहीं देने पर योजना बंद करने की धमकी दी जाती है तो यह चुनाव आचार संहिता का खुला उल्लंघन है। उन्होंने चुनाव आयोग से इस मामले का संज्ञान लेने और संबंधित नेता पर कार्रवाई की मांग की है। विपक्ष ने यह भी आरोप लगाया कि भाजपा सत्ता के दम पर गरीब और महिलाओं को डराकर वोट हासिल करना चाहती है।

वहीं, भाजपा की ओर से इस पूरे मामले पर सफाई दी जा रही है। पार्टी नेताओं का कहना है कि बयान को तोड़-मरोड़कर पेश किया गया है और भाजपा का ऐसा कोई इरादा नहीं है। भाजपा ने स्पष्ट किया कि लाडली बहन योजना एक जनकल्याणकारी योजना है, जिसे बंद करने का सवाल ही नहीं उठता। पार्टी का दावा है कि विपक्ष मुद्दाविहीन राजनीति कर रहा है और बयान को राजनीतिक लाभ के लिए उछाला जा रहा है।

हालांकि, राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि इस तरह के बयान चुनावी माहौल को और अधिक संवेदनशील बना सकते हैं। खासतौर पर जब मामला महिलाओं से जुड़ी योजना का हो, तो इसका असर वोटरों की मानसिकता पर पड़ सकता है। अकोला में इस बयान के बाद जगह-जगह चर्चा हो रही है और जनता भी नेताओं से स्पष्ट जवाब की मांग कर रही है। (BJP Leader Statement)

फिलहाल, यह मामला सियासी बहस का केंद्र बना हुआ है। आने वाले दिनों में चुनाव आयोग की भूमिका और भाजपा की आधिकारिक प्रतिक्रिया पर सबकी नजरें टिकी हुई हैं। (BJP Leader Statement)

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