BMC : मुंबई महानगरपालिका (BMC) चुनाव को लेकर एक बड़ा अपडेट सामने आया है। बीते तीन वर्षों से विलंबित यह चुनाव अब अक्टूबर में होने की संभावना जताई जा रही है। ‘एबीपी माझा’ के अनुसार, हाल ही में महाराष्ट्र चुनाव आयोग और मुंबई नगर निगम के अधिकारियों के बीच इस विषय पर एक बैठक हुई, जिसमें चुनाव की संभावित तिथि को लेकर चर्चा की गई।
मुंबई नगर निगम चुनावों को लेकर कई बाधाएं सामने आई हैं, जिसके कारण इन्हें बार-बार स्थगित किया गया है। पहले लोकसभा चुनाव हुए, फिर विधानसभा चुनाव संपन्न हुए। इसके बाद उम्मीद जताई जा रही थी कि अप्रैल या मई में मुंबई महानगरपालिका चुनाव कराए जा सकते हैं, लेकिन अब ताजा जानकारी के मुताबिक, ये चुनाव अक्टूबर तक टल सकते हैं। (BMC)
राज्य में न सिर्फ मुंबई नगर निगम, बल्कि अन्य स्थानीय निकायों के चुनाव भी स्थगित कर दिए गए हैं। इसके पीछे प्रमुख कारण ओबीसी आरक्षण का मुद्दा रहा है। ओबीसी आरक्षण के कारण स्थानीय निकाय चुनावों में देरी हुई, जिससे पूरे राज्य में चुनाव प्रक्रिया प्रभावित हुई।
मुंबई महानगरपालिका चुनावों में देरी का एक और बड़ा कारण महायुति और महाविकास अघाड़ी सरकारों के बीच चल रहा राजनीतिक विवाद है। महाविकास अघाड़ी सरकार के कार्यकाल में किए गए वार्ड पुनर्गठन को महायुति सरकार ने रद्द कर दिया है। यही कारण है कि यह मामला अब सुप्रीम कोर्ट तक पहुंच चुका है।
इस विवाद का मूल सवाल यह है कि वार्ड पुनर्गठन निर्धारित करने का अधिकार सरकार के पास होना चाहिए या चुनाव आयोग के पास? इस मुद्दे पर 4 मई को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई होने वाली है। हालांकि, जानकारों का कहना है कि भले ही इस सुनवाई में फैसला आ जाए, फिर भी मई में चुनाव कराना प्रशासन के लिए संभव नहीं होगा। (BMC)
अब चुनाव की संभावित तारीख को लेकर अटकलें लगाई जा रही हैं। सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद ही यह स्पष्ट हो पाएगा कि आगे की प्रक्रिया क्या होगी। यदि कोर्ट सरकार के पक्ष में फैसला सुनाता है, तो महायुति सरकार नए सिरे से वार्ड पुनर्गठन कर सकती है, जिससे चुनाव प्रक्रिया में और देरी हो सकती है। वहीं, अगर कोर्ट चुनाव आयोग के पक्ष में फैसला देता है, तो जल्द चुनाव होने की संभावना बनेगी।
Also Raed : Fraud : 20,000 रुपये में फर्जी निवास प्रमाण पत्र , मुंबई में ‘एजेंट’ घोटाला