महाराष्ट्र में स्थानीय स्वराज संस्थाओं के चुनावों को लेकर महत्वपूर्ण हलचल शुरू हो गई है। बताया जा रहा है कि बृहन्मुंबई महानगरपालिका (BMC) सहित 28 अन्य नगर निगमों के चुनाव ज़िला परिषद (ZP) और पंचायत समितियों से पहले कराए जा सकते हैं। अब तक जानकारी थी कि राज्य चुनाव आयोग (SEC) दूसरी फेज़ में ज़िला परिषद और पंचायत समितियों के चुनाव कराएगा, जबकि अंतिम चरण में मुंबई, पुणे, नागपुर, ठाणे और नाशिक समेत नगर निगमों के चुनाव होंगे। हालांकि, 4 दिसंबर को होने वाली प्रमुख बैठक में इस पर अंतिम निर्णय होने की संभावना है। (BMC Election Update)
नगर निगम चुनाव पहले कराने के कारण
राज्य चुनाव आयुक्त दिनेश वाघमारे के अनुसार आयोग तीन विकल्पों पर विचार कर रहा है।
पहला—29 नगर निगमों के चुनाव अगले चरण में कराए जाएं।
दूसरा—12 ज़िला परिषद और उनकी पंचायत समितियों के चुनाव कराए जाएं, जहां 50% आरक्षण सीमा का उल्लंघन नहीं हुआ है।
तीसरा—दोनों चुनाव एक साथ कराए जाएं।
SEC अधिकारियों का कहना है कि 157 स्थानीय निकायों में आरक्षण सीमा बढ़ने के कारण जटिलताएं हैं, जिन्हें अंतिम चरण में शामिल किया जा सकता है। आरक्षण मानकों में संशोधन के बाद ही वहां चुनाव कराना संभव होगा।
15 से 20 दिसंबर के बीच आ सकता है चुनाव कार्यक्रम
सूत्रों के अनुसार, 29 नगर निगमों के चुनावों की घोषणा पहले हो सकती है क्योंकि ग्रामीण निकायों में आरक्षण से जुड़े मुद्दे अभी सुलझे नहीं हैं। एबीपी लाइव की रिपोर्ट में बताया गया है कि चुनाव कार्यक्रम 15 से 20 दिसंबर के बीच घोषित किया जा सकता है। उल्लेखनीय है कि सुप्रीम कोर्ट ने सितंबर 2024 में निर्देश दिया था कि सभी लंबित स्थानीय निकाय चुनाव 31 जनवरी 2026 से पहले कराए जाएं।
2017 में किसने जीती थी बीएमसी?
बीएमसी के पिछले चुनाव 2017 में हुए थे। मतदान 21 फरवरी को और परिणाम 23 फरवरी को आए थे।
227 सीटों में से:
युनाइटेड शिवसेना को 84 सीटें मिलीं
बीजेपी को 82 सीटें
दोनों दल उस समय गठबंधन में थे।
कांग्रेस ने 31 सीटें
एनसीपी ने 13 सीटें
राज ठाकरे की एमएनएस ने 7 सीटें जीती थीं।
2022 में चुनाव न होने के बाद अब राज्य की सबसे बड़ी नगरपालिका के चुनावों को लेकर उत्सुकता चरम पर है। (BMC Election Update)
Also Read: Domestic dispute: नाशिक में महिला ने पति पर लगाया दहेज और मानसिक उत्पीड़न का आरोप