एक वायरल वीडियो ने भारतीय रेल की सुरक्षा व्यवस्थाओं को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। इस वीडियो में एक महिला को एसी कोच के अंदर इलेक्ट्रिक केतली का उपयोग करके मैगी बनाते हुए देखा गया। वीडियो वायरल होने के तुरंत बाद सेंट्रल रेलवे ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए शनिवार को एक सख्त सुरक्षा सलाह (Safety Advisory) जारी की और यात्रियों को ऐसे खतरनाक उपकरणों के उपयोग से दूर रहने की चेतावनी दी। (Central Railway)
रिपोर्ट के अनुसार, यह घटना एक एक्सप्रेस ट्रेन के एसी कोच में सामने आई, जहाँ महिला ने कोच के बिजली सॉकेट में इलेक्ट्रिक केतली लगाकर मैगी पकानी शुरू कर दी। कुछ यात्रियों ने इस घटना का वीडियो रिकॉर्ड कर सोशल मीडिया पर पोस्ट कर दिया, जिसके बाद यह तेजी से वायरल हो गया। वीडियो में महिला को आराम से नूडल्स पकाते देखा जा सकता है, जबकि आसपास बैठे यात्री इसे देखकर हैरान हैं।
सेंट्रल रेलवे ने इस वीडियो के सामने आने के बाद अपने आधिकारिक X (पूर्व ट्विटर) अकाउंट पर एक तस्वीर साझा की, जिसमें महिला और केतली का चित्रण था, साथ ही बड़े अक्षरों में लिखा था— “DON’T USE ELECTRIC KETTLES ON THE TRAIN!”
रेलवे ने स्पष्ट किया कि ट्रेन में इलेक्ट्रिक केतली, इंडक्शन, रॉड हीटर या अन्य हाई-वोल्टेज उपकरणों का उपयोग पूरी तरह प्रतिबंधित है, क्योंकि इससे न केवल आग लगने का खतरा बढ़ता है बल्कि एसी सिस्टम और विद्युत आपूर्ति में भी गंभीर बाधा उत्पन्न हो सकती है। (Central Railway)
रेलवे अधिकारियों के अनुसार, ऐसे उपकरणों का उपयोग होने से ट्रेन के पावर सर्किट में ओवरलोडिंग हो सकती है, जिससे शॉर्ट सर्किट, इलेक्ट्रिकल ट्रिपिंग और यहां तक कि कोच के एसी सिस्टम के फेल होने जैसी समस्याएँ उत्पन्न हो सकती हैं। रेलवे ने कहा कि यात्रियों की सुरक्षा सर्वोपरि है, इसलिए ऐसे नियमों का कड़ाई से पालन आवश्यक है।
सेंट्रल रेलवे ने यह भी बताया कि घटना में शामिल यात्रियों के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी गई है। सुरक्षा नियमों का उल्लंघन करने वालों पर रेलवे अधिनियम के तहत जुर्माना लगाया जा सकता है और गंभीर मामलों में उन्हें ट्रेन से उतारा भी जा सकता है। अधिकारियों ने अन्य यात्रियों से भी अपील की कि यदि वे ऐसी किसी घटना को देखते हैं, तो तुरंत ट्रेन स्टाफ, टीटीई या रेलवे सुरक्षा बल (RPF) को सूचित करें।
रेलवे की ओर से जारी सलाह में यह भी उल्लेख किया गया है कि ट्रेन के भीतर खाना पकाना, खुले में आग का इस्तेमाल करना, या किसी भी प्रकार के इलेक्ट्रिक कुकर या हीटर का उपयोग न केवल प्रतिबंधित है बल्कि खतरनाक भी है। यात्रियों को केवल हल्के मोबाइल चार्जर या लैपटॉप चार्जर जैसे लो-वोल्टेज उपकरणों के लिए उपलब्ध सॉकेट का उपयोग करने की सलाह दी गई है।
इस घटना ने सोशल मीडिया पर बड़ी बहस खड़ी कर दी है। कई यूजर्स ने महिला की कार्रवाई को गैर-जिम्मेदाराना बताया, वहीं कुछ ने ट्रेन में उपलब्ध भोजन विकल्पों की गुणवत्ता पर प्रश्न उठाए। लेकिन रेलवे ने स्पष्ट किया कि सुरक्षा से बड़ा कोई मुद्दा नहीं है, और नियमों का उल्लंघन किसी भी स्थिति में स्वीकार्य नहीं है।
फिलहाल रेलवे इस मामले में आगे की कार्रवाई कर रहा है और यात्रियों से अनुरोध किया गया है कि ट्रेन में यात्रा करते समय सुरक्षा नियमों का पालन करें और किसी भी संदेहजनक गतिविधि की तुरंत सूचना दें। (Central Railway)
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