मुंबई के चर्चित चारकोप फायरिंग मामले में एक और बड़ा खुलासा सामने आया है। रियल एस्टेट एजेंट और सामाजिक कार्यकर्ता फ्रेडी डी’लीमा पर हुए हमले की जांच करते हुए मुंबई क्राइम ब्रांच ने चार और आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इससे इस मामले में गिरफ्तार आरोपियों की कुल संख्या पाँच हो गई है। शुरुआती जांच में यह बात सामने आई थी कि हमले की साजिश एक आर्थिक विवाद के चलते रची गई थी, जो एक पुनर्विकास (redevelopment) परियोजना से जुड़ा हुआ बताया जा रहा है। (Charkop Firing Case)
हमले की पृष्ठभूमि
42 वर्षीय फ्रेडी डी’लीमा चारकोप क्षेत्र में रियल एस्टेट से जुड़े होने के साथ-साथ सामाजिक कार्यों में भी सक्रिय हैं। कुछ दिन पहले उन पर गोली चलाने की कोशिश की गई थी। हालांकि, डी’लीमा बाल-बाल बच गए और तुरंत इस घटना की जानकारी पुलिस को दी गई। मामले की गंभीरता को देखते हुए क्राइम ब्रांच को जांच सौंप दी गई।
जांच में पता चला कि यह हमला किसी व्यक्तिगत दुश्मनी के कारण नहीं, बल्कि एक वित्तीय विवाद की वजह से हुआ था। यह विवाद एक बड़े पुनर्विकास प्रोजेक्ट में हिस्सेदारी और आर्थिक लेन-देन से संबंधित था। पुलिस ने संभावना जताई है कि इस विवाद में शामिल लोगों ने डी’लीमा को नुकसान पहुँचाने की योजना बनाई।
चार और आरोपी गिरफ्तार
शुक्रवार को क्राइम ब्रांच ने जिन चार आरोपियों को गिरफ्तार किया, उनकी पहचान इस प्रकार है:
राजेश चौहान (42) — निवासी कांदिवली
सुभाष मोहिते (44) — निवासी विरार
मंगेश चौधरी (40) — निवासी पुणे
कृष्णा सिंह (25) — निवासी ठाणे
पुलिस के अनुसार, इन चारों की हमले की साजिश, हथियार उपलब्ध कराने और हमलावरों की मदद करने में महत्वपूर्ण भूमिका थी। गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने इनके बयान दर्ज किए और जांच आगे बढ़ाई।
साजिशकर्ता पहले ही गिरफ्तार
इससे पहले इस मामले में एक बार मैनेजर को गिरफ्तार किया गया था, जिस पर आरोप है कि उसने किराए के शूटरों को हायर कर फायरिंग की पूरी योजना तैयार की। जांच के दौरान पता चला कि बार मैनेजर की डी’लीमा से किसी आर्थिक लेन-देन को लेकर खटपट थी।
क्राइम ब्रांच अब पूरे मामले की कड़ियों को जोड़ रही है ताकि यह समझा जा सके कि हमले की वास्तविक साजिश किसने और क्यों रची। पुलिस यह भी जांच कर रही है कि क्या इस मामले में अन्य लोग भी शामिल हो सकते हैं।
पुलिस की आगे की कार्रवाई
गिरफ्तार किए गए सभी आरोपियों को कोर्ट में पेश किया गया और पुलिस कस्टडी में भेजा गया। क्राइम ब्रांच ने बताया कि आगे की जांच में यह पता लगाया जाएगा कि किसने हथियारों की व्यवस्था की, किसने हमलावरों को संपर्क किया और हमले के लिए धन किसने उपलब्ध कराया। (Charkop Firing Case)
फिलहाल पुलिस फ्रेडी डी’लीमा को सुरक्षा प्रदान कर रही है, क्योंकि आशंका है कि विवाद से जुड़े अन्य लोग भी हमले में शामिल हो सकते हैं या भविष्य में खतरा पैदा हो सकता है। (Charkop Firing Case)
इस घटना ने चारकोप और आसपास के इलाकों में काफी सनसनी फैला दी है, खासकर रियल एस्टेट क्षेत्र से जुड़े लोगों में तनाव बढ़ गया है। पुलिस का कहना है कि मामले की पूरी साजिश का खुलासा होने तक जांच जारी रहेगी।
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