मुंबई के डोंगरी इलाके में शनिवार को एक अनोखी और भावनात्मक घटना घटी, जब एक गर्भवती महिला फुटपाथ पर ही बच्चे को जन्म देने के कगार पर पहुँच गई। महिला की समय पर मदद ने एक नई जिंदगी को सुरक्षित बचाने में अहम भूमिका निभाई। (Dongri)
घटना के अनुसार, धारावी निवासी 36 वर्षीय माला नाडर अपने पति के साथ डोंगरी परिसर से चल रही थीं। अचानक उनके पेट में तेज़ दर्द शुरू हुआ और वे आगे चल नहीं सकीं। वे दर्द से विव्हलित होकर फुटपाथ पर बैठ गईं। स्थानीय लोगों ने महिला को इस स्थिति में देखकर तुरंत डोंगरी पुलिस को सूचना दी।
सूचना मिलते ही पुलिस की दो गाड़ियाँ घटनास्थल पर पहुँच गईं। प्रसूति की स्थिति गंभीर होने के कारण महिला को किसी अन्य स्थान तक ले जाना जोखिमपूर्ण था, इसलिए पुलिस ने फैसला किया कि यहीं पर उसका प्रसव कराया जाए।
पुलिस कॉन्स्टेबल खडसे ने चादर और अन्य कपड़ों की व्यवस्था कर महिला के चारों ओर आड़ोस तैयार किया। महिला कॉन्स्टेबल ने भी माला नाडर को मानसिक सहारा देते हुए उनकी मदद की। इस प्रकार, पुलिस ने महिला की सुरक्षित प्रसूति करवाई।
प्रसव के बाद बच्चे की नाल काटना आवश्यक था, जो केवल डॉक्टर ही कर सकते थे। इसलिए पुलिस ने नवजात को कपड़े में सावधानीपूर्वक लपेटकर और महिला को गाड़ी में रखकर नज़दीकी जे.जे. अस्पताल तक पहुँचाया। वहां डॉक्टरों ने तुरंत बच्चे की नाल काटी और दोनों का स्वास्थ्य परीक्षण किया। महिला और नवजात दोनों ही स्वस्थ और सुरक्षित पाए गए।
इस घटना में पुलिस की त्वरित कार्रवाई और साहस की विशेष सराहना की जा रही है। स्थानीय लोगों और अधिकारियों ने पुलिस के समय पर पहुंचकर जीवन रक्षक मदद देने के कार्य की प्रशंसा की। (Dongri)
प्रमुख जानकारी (FAQ)
प्रश्न 1: यह घटना कहाँ और कब हुई?
उत्तर: यह घटना मुंबई के डोंगरी इलाके में शनिवार को घटी।
प्रश्न 2: महिला का नाम और उम्र क्या है?
उत्तर: महिला का नाम माला नाडर है और उनकी उम्र 36 वर्ष है।
प्रश्न 3: प्रसव वेदना शुरू होने के बाद क्या हुआ?
उत्तर: महिला पोट में अचानक दर्द होने के कारण फुटपाथ पर बैठ गईं और वेदना से विव्हलित हो गईं। पुलिस की मदद से यहीं पर उनका सुरक्षित प्रसव हुआ।
मुंबई पुलिस की इस तत्परता और मानवता की मिसाल ने एक बार फिर यह साबित कर दिया कि समय पर मदद कितनी महत्वपूर्ण होती है। (Dongri)
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