महाराष्ट्र और कर्नाटक के बीच चल रहे सीमा और भाषा विवाद ने एक बार फिर से उग्र रूप ले लिया है, जिसके परिणामस्वरूप दोनों राज्यों के बीच बस सेवाएँ निलंबित कर दी गई हैं। इस विवाद के केंद्र में बेलगावी क्षेत्र है, जहाँ मराठी और कन्नड़ भाषाई समुदायों के बीच तनाव बढ़ता जा रहा है।
हाल ही में, कर्नाटक के चित्रदुर्ग में महाराष्ट्र राज्य सड़क परिवहन निगम (MSRTC) की एक बस पर प्रोकन्नड़ कार्यकर्ताओं द्वारा हमला किया गया। इस घटना में बस चालक भास्कर जाधव के साथ मारपीट की गई और उनकी बस को नुकसान पहुँचाया गया। इस हमले के जवाब में, महाराष्ट्र के परिवहन मंत्री प्रताप सरनाईक ने कर्नाटक के लिए सभी राज्य परिवहन बस सेवाओं को निलंबित करने का निर्णय लिया है। उन्होंने स्पष्ट किया कि जब तक कर्नाटक सरकार इस मुद्दे पर अपनी स्थिति स्पष्ट नहीं करती, तब तक बस सेवाएँ निलंबित रहेंगी।
इस विवाद के चलते, कर्नाटक राज्य सड़क परिवहन निगम (KSRTC) ने भी महाराष्ट्र के लिए अपनी बस सेवाओं को अस्थायी रूप से निलंबित कर दिया है। बेलगावी डिवीजनल ट्रैफिक ऑफिसर के.के. लामानी ने बताया कि पुलिस के निर्देशानुसार, 460 से अधिक बसों की सेवाएँ निलंबित की गई हैं, और अब ये बसें केवल कर्नाटक की सीमा तक ही संचालित हो रही हैं।
इससे पहले भी, सीमा विवाद के कारण दोनों राज्यों के बीच बस सेवाएँ प्रभावित हुई हैं। मार्च 2021 में, कोल्हापुर में महाराष्ट्र राज्य की बसों पर पत्थरबाजी की घटनाओं के बाद, दोनों राज्यों ने अपनी बस सेवाओं को निलंबित कर दिया था।
वर्तमान में, दोनों राज्यों के अधिकारी स्थिति को सामान्य करने के प्रयास में लगे हुए हैं। हालांकि, जब तक सुरक्षा की पूर्ण गारंटी नहीं मिलती, तब तक बस सेवाओं का निलंबन जारी रहेगा। इस विवाद के कारण यात्रियों को भारी असुविधा का सामना करना पड़ रहा है, और स्थानीय अर्थव्यवस्था पर भी इसका नकारात्मक प्रभाव पड़ रहा है।