Fadnavis Adamant On Resignation: आज बीजेपी की संसदीय दल की बैठक है जिसके लिए कल शाम को ही देवेन्द्र फड़नवीस दिल्ली पहुंच चुके हैं. आज वह अमित शाह से मुलाकात करेंगे और आज इस्तीफा देने की इच्छा पर चर्चा करेंगे. सबकी निगाहें इस पर हैं कि क्या उनकी इच्छाएं पूरी होती हैं या वरिष्ठ नेता उन्हें मनाने में कामयाब होते हैं.
लोकसभा चुनाव में महाराष्ट्र में बीजेपी के खराब प्रदर्शन से पार्टी को बड़ा झटका लगा है. 2019 में बीजेपी के पास 23 सांसद थे. लेकिन 2024 के लोकसभा चुनाव में महाराष्ट्र बीजेपी के सिर्फ 9 सांसद ही चुने गए. इस झटके से पार्टी नेता सदमे में हैं. इस हार की जिम्मेदारी लेते हुए बीजेपी नेता और उपमुख्यमंत्री देवेन्द्र फड़णवीस ने उपमुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने की तैयारी दिखाई है.
आज बीजेपी की संसदीय दल की बैठक है जिसके लिए कल शाम को ही देवेन्द्र फड़नवीस दिल्ली पहुंच चुके हैं. आज वह अमित शाह से मुलाकात करेंगे और इस्तीफा देने की इच्छा पर चर्चा करेंगे. बुधवार शाम को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान फड़णवीस ने हार की नैतिक जिम्मेदारी स्वीकार की और उन्हें सरकार से मुक्त करने का अनुरोध किया.इसके बाद अमित शाह ने कल फड़णवीस को फोन किया और उनसे चर्चा की. वास्तव में फड़णवीस के मन में क्या है, उनकी भावनाएँ शाह को पता थीं। विस्तार से जानकारी ली. शाह ने कल भी फड़णवीस से कहा था कि जब हम दिल्ली आएंगे तो फिजिकल मीटिंग में इस मुद्दे पर चर्चा करेंगे. (Fadnavis Adamant On Resignation)
आखिरकार आज वह नरेंद्र मोदी और अमित शाह से मुलाकात करेंगे, राज्य में हार के कारणों की भी समीक्षा की जाएगी. फड़णवीस इस्तीफा देने पर अड़े हुए हैं. लेकिन अगर वह इस्तीफा देते हैं तो फिलहाल यह सवाल उठ रहा है कि गृह मंत्री का पद किसे मिलेगा. इसलिए यह देखना अहम होगा कि क्या ये दोनों नेता देवेंद्र फड़णवीस को मनाने में कामयाब हो पाते हैं या नहीं. कुल मिलाकर दिल्ली में राजनीतिक घटनाक्रम तेज हो गया है और सभी का ध्यान इस बात पर केंद्रित है कि आगे क्या होने वाला है.
लोकसभा चुनाव में बीजेपी को उत्तर प्रदेश और महाराष्ट्र में बड़ा झटका लगा है. 2014 और 2019 में महाराष्ट्र में 40 से ज्यादा महायुति सांसद चुने गए. लेकिन इस चुनाव में यह संख्या सिर्फ 17 है. 2019 में बीजेपी के पास 23 सांसद थे. लेकिन 2024 के लोकसभा चुनाव में महाराष्ट्र बीजेपी के सिर्फ 9 सांसद ही चुने गए यह पार्टी के लिए बेहद चौंकाने वाला बाबा है और फड़णवीस राज्य में इस खराब प्रदर्शन की जिम्मेदारी लेते हुए उपमुख्यमंत्री का पद छोड़ने के लिए भी तैयार थे.