Fadnavis In Action Mode: पुणे में पोर्शे हादसे पर गृह मंत्री देवेन्द्र फड़णवीस ने प्रतिक्रिया दी है. इसके बाद जो हुआ उसे लेकर जनता में गुस्सा और नाराजगी है. अब तक क्या हुआ? ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए क्या किया जाना चाहिए? उन्होंने कहा कि इस पर चर्चा हुई. वह पुणे पुलिस मुख्यालय से बोल रहे थे.
आरोपी के खिलाफ आईपीसी की धारा 304 दर्ज की गई है। इस लड़के की उम्र 17 साल 8 महीने है. 16 वर्ष से अधिक उम्र के बच्चों को संज्ञानात्मक कहा जा सकता है। पुलिस ने कार पुरानी होने के पुख्ता सबूत दिए थे। ऐसे में उन्हें जो सज़ा दी गई वो बेहद हैरान करने वाली है. इससे नागरिकों के मन में सरकार के प्रति संदेह पैदा हो रहा था. इसके बाद तुरंत ऊपरी अदालत में अपील की मांग की गई. (Fadnavis In Action Mode)
पुलिस ने इस मामले को काफी गंभीरता से लिया है. उन्होंने कहा कि कार्रवाई जारी है और इसमें न्याय जरूर मिलेगा. नए लाइसेंस देने के नियम सख्त हों। उन्होंने अपील की कि अभिभावकों को इस बात पर ध्यान देना चाहिए कि स्वतंत्रता में मनमानी न हो.
हम ड्रंक एंड ड्राइव के खिलाफ कार्रवाई तेज करेंगे. पुलिस इस मामले में कड़ी कार्रवाई करेगी. बार में जाने वाले बच्चों के दस्तावेजों की जांच की जाएगी. निर्देश दिए गए हैं कि बाहर सीसीटीवी लगाए जाएंगे। इस दौरान फड़णवीस ने कहा कि नाकेबंदी से इस तरह की घटनाओं से बचा जा सकेगा.