Gateway-Mandwa-Elephanta : महाराष्ट्र सरकार ने गेटवे ऑफ इंडिया-मांडवा-एलिफेंटा आइलैंड फेरी रूट पर आधुनिक फेरी बोट की खरीद के लिए वित्तीय सहायता प्रदान करने के लिए अपने 2025-26 के बजट में एक नई नीति पेश की है। इस कदम का उद्देश्य यात्रियों की सुरक्षा को बढ़ाना है, खासकर तब जब इन लोकप्रिय पर्यटन स्थलों पर फेरी यातायात सप्ताहांत पर बढ़ जाता है। यह पहल फेरी संचालकों की पुरानी लकड़ी की नावों को बदलने की लंबे समय से चली आ रही मांग को ध्यम में रखते हुए किया गया है, जिनका रखरखाव भी महंगा है और जो महत्वपूर्ण सुरक्षा जोखिम पैदा करते हैं। (Gateway-Mandwa-Elephanta)
फिलहाल, इस मार्ग पर कई यात्री नौकाएँ चलती हैं, जिनमें से कई पुरानी लकड़ी की नौकाएँ हैं। नौका संघों ने सुरक्षा चिंताओं और उच्च परिचालन लागतों का हवाला देते हुए बेड़े के आधुनिकीकरण के लिए बार-बार वित्तीय सहायता की माँग की है। जिस पर महायुति सरकार ने बजट में वित्तीय सहायता प्रदान करने के लिए नई नीति पेश की है।
सरकार का यह फैसला गेटवे ऑफ इंडिया के पास 18 दिसंबर, 2024 को हुई दुखद नौका दुर्घटना के बाद आया है, जिसमें नौसेना कर्मियों द्वारा संचालित एक स्पीडबोट के लकड़ी की नौका से टकराने के बाद 15 लोगों की जान चली गई थी। इस घटना ने पुरानी नौकाओं की कमज़ोरियों पर प्रकाश डाला और सुरक्षित बेड़े की मांग को बढ़ावा दिया। (Gateway-Mandwa-Elephanta)
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