बढ़ती महंगाई (Dearness)को देखते हुए केंद्र सरकार ने एक और बड़ा फैसला लिया है। सरकार ने 1 जून से चीनी के निर्यात पर प्रतिबंध लगाने का फैसला किया है। इसलिए खाद्य तेल के बाद चीनी भी सस्ती हो जाएगी। इस साल देश में चीनी का रिकॉर्ड उत्पादन हुआ है। नतीजतन, घरेलू चीनी की कीमतें बढ़ रही थीं।इसलिए बढ़ती दरों को नियंत्रित करने के लिए चीनी के निर्यात पर 31 अक्टूबर तक रोक लगा दी गई है। ऐसे में चीनी सस्ती होगी। हालांकि, इस फैसले से चीनी मिलों की अर्थव्यवस्था को नुकसान होने की संभावना है।
वहीं मोदी सरकार ने खाने के तेल के दाम को कम करने के लिए कच्चा सोयाबीन और सूर्यमुखी तेल पर भी इम्पोर्ट ड्यूटी को हटा दिया है। केंद्र के इस फैसले से खाना का तेल भी आने वाले दिनों में सस्ता हो सकता है।
महंगाई पर लगाम लगाने के लिए मोदी सरकार अथक प्रयास कर रही है। पिछले दस दिनों में एक के बाद एक केंद्र सरकार ने कई बड़े फैसले लिए हैं। इनमें गेहूं के निर्यात पर रोक और पेट्रोल की कीमतों को कम करने के लिए उत्पाद शुल्क में कमी जैसी प्रमुख घोषणाएं शामिल हैं।
महंगाई की मार के बीच चीनी की मिठास बरकरार रखने के लिए मोदी सरकार ने कल (मंगलवार) एक और अहम फैसला लिया है. मोदी सरकार ने 1 जून से चीनी के निर्यात पर रोक लगाने का फैसला किया है.
Reported By :- Rajesh Soni