नागपुर में हिवाळी अधिवेशन के दौरान पी.डब्ल्यू.डी. (सार्वजनिक निर्माण विभाग) में भ्रष्टाचार को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है। मनसे नेता संदीप देशपांडे ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो पोस्ट किया है, जिसमें अधिकारियों द्वारा लालच और पैसे लेते हुए दिखाई दे रहे हैं। यह वीडियो उद्धव ठाकरे की शिवसेना के नेता अंबादास दानवे द्वारा हाल ही में पोस्ट किए गए “कैश बॉम्ब” वीडियो के बाद सामने आया है। (Government corruption)
संदीप देशपांडे के वीडियो में देखा जा सकता है कि एक अधिकारी कंत्राटदारों से पैसे की गड्डियां लेते हुए बॅगे में रख रहा है। वीडियो में तीन बड़े पैसों के गड्डे एक व्यक्ति द्वारा अधिकारी को दिए जाते हैं, और यह पूरी प्रक्रिया कैमरे में कैद है। वीडियो में किसी का नाम नहीं लिया गया है, लेकिन इसे सरकार पर दबाव बनाने और भ्रष्टाचार उजागर करने के लिए पोस्ट किया गया है।
संदीप देशपांडे ने पत्रकार परिषद में कहा कि यह भ्रष्टाचार पी.डब्ल्यू.डी के हाफकीन शाखा में हो रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि 2 लाख 80 हजार रुपये का निधि सरकारी योजनाओं के लिए कंत्राटदारों से लिया जाता है। इसके अलावा, उन्होंने कहा कि कंत्राटदारों से निधि लाने, वर्क ऑर्डर जारी करने और अंतिम बिल बनाने के अलग-अलग प्रतिशत लिए जाते हैं।
देशपांडे ने यह भी आरोप लगाया कि भ्रष्टाचार की प्रतिशत दरों में कंत्राटदारों की बोली भी शामिल होती है, यानी किसे कितना हिस्सा मिलेगा, यह भी निर्धारित किया जाता है। उनका कहना है कि योजना के नाम पर अधिकारियों द्वारा पैसों का गबन किया जा रहा है, जबकि सरकारी कथन में कहा जाता है कि योजनाओं के लिए पैसा नहीं है।
इस वीडियो के पोस्ट होने के बाद राजनीतिक हलकों में हलचल मची हुई है। विपक्षी पार्टियां इसे सरकार पर दबाव बनाने का जरिया बता रही हैं और हिवाळी अधिवेशन में इस मुद्दे को लेकर तीखी बहस की संभावना है।
संदीप देशपांडे के इस खुलासे ने पी.डब्ल्यू.डी में चल रहे भ्रष्टाचार की जमीनी सच्चाई सामने रखी है। उनका कहना है कि केवल वीडियो से ही नहीं, बल्कि कंत्राटदारों और अधिकारियों की मिलीभगत से योजनाओं में लाखों रुपये का गबन किया जाता है। (Government corruption)
राज्य सरकार और संबंधित विभाग को अब इस वीडियो की गंभीरता को देखते हुए तुरंत जांच शुरू करनी होगी। वीडियो के सार्वजनिक होने के बाद नागरिकों और मीडिया ने भी इस मामले में कार्रवाई की मांग की है।
इस प्रकार, संदीप देशपांडे का वीडियो पोस्ट पी.डब्ल्यू.डी में चल रहे भ्रष्टाचार और अनियमितताओं को उजागर करने का प्रयास है। अधिकारियों और कंत्राटदारों के बीच हो रही गुप्त लेन-देन की प्रक्रिया से यह स्पष्ट होता है कि सरकारी योजनाओं में पारदर्शिता और जवाबदेही बनाए रखना कितना जरूरी है। (Government corruption)
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