Government took a U-turn : महाराष्ट्र में महायुति सरकार की लाडकी बहन योजना सबसे लोकप्रिय हो गई है। तत्कालीन मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे द्वारा शुरू की गई यह योजना विधानसभा चुनावों में भारी सफल रही। इस योजना के परिणामस्वरूप विधानसभा चुनावों में महायुति को भारी सफलता मिली। इस चुनाव घोषणापत्र में महायुति ने लाडकी बहनों को 1500 रुपये की जगह 2100 रुपये देने का वादा किया था। इसलिए अब बहनें इस बात को लेकर असमंजस में हैं कि उन्हें 2,100 रुपये कब मिलेंगे। (Government took a U-turn)
सत्ता में आने के बाद भी महायुति सरकार महिलाओं को पहले की तरह 1,500 रुपये की किश्त दे रही है। विधान परिषद में विपक्षी विधायकों ने आरोप लगाया कि लाडकी बहनों के साथ धोखा किया जा रहा है। यूबीटी विधायक अनिल परब ने पूछा कि आखिर 2100 रुपये का भुगतान कब किया जाएगा, इसके जवाब में महिला व बाल विकास मंत्री अदिति तटकरे ने कहा कि विपक्ष लाडकी बहना योजना की शुरुआत से ही इसकी आलोचना कर रहा है। लेकिन यह योजना महिलाओं के लिए सबसे पसंदीदा और प्रिय योजना बन गई है।
जवाब देते हुए, महिला एवं बाल विकास मंत्री अदिति तटकरे ने कहा, “राज्य के मुख्यमंत्री या उपमुख्यमंत्री ने ऐसी कोई आधिकारिक घोषणा नहीं की है।” जब सरकार किसी योजना की घोषणा करती है तो वह घोषणा 5 वर्षों के लिए वैध होती है। बजट में इस पर फैसला लिया जाएगा, लेकिन फिलहाल 2100 रुपये की घोषणा नहीं हुई है। इसके चलते यह संभावना है कि प्यारी बहनों को 2100 रुपये मिलने के लिए इंतजार करना पड़ेगा। सदन में अदिति तटकरे के बयान से हमारी प्यारी बहनों को निराशा हुई है। लेकिन सभी महिलाओं को फरवरी और मार्च महीने के लिए 1,500 रुपये की दो मासिक किस्तें मिलेंगी, यानी महिला दिवस से पहले 3,000 रुपये मिलेंगे। (Government took a U-turn)
Also Read : कन्या को देवी, महिला को लक्ष्मी की तरह पूजते, फिर क्यों महिला अपराध रोकने में असफल ?