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गुंडों को हनी ट्रैप में फंसाकर पुलिस की मदद करें मॉडल गर्ल अब सजा में छूट चाहती है

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गैंगस्टर संदीप गाडौली एनकाउंटर केस : आरोप भले ही 2019 को तय हुआ था, लेकिन पिछले तीन साल में सिर्फ एक गवाह की गवाही हुई है. इन बिंदुओं को ध्यान में रखते हुए हरियाणा के एक संदिग्ध गैंगस्टर संदीप गाडोली को हरियाणा पुलिस ने मुंबई में एक फर्जी मुठभेड़ में मार गिराया।

मेरे पिता विकलांग हैं और उन्हें दिल की बीमारी भी है। बढ़ती उम्र के कारण उनकी बीमारियां बढ़ती जा रही हैं और उन्हें सहारे की जरूरत है। न सिर्फ मेरा करियर ठप हो गया है, बल्कि मेरी छवि भी खराब हुई है। इन सबका असर मेरी मानसिकता पर भी पड़ा है। घटना के वक्त मेरी उम्र महज 18 साल थी। संदीप एक भगोड़ा और भगोड़ा अपराधी था।

उसके खिलाफ 43 गंभीर अपराध दर्ज थे। उसने मेरे पिता और मेरी छोटी बहन को अगवा करने की धमकी दी। इसलिए मैंने अपने परिवार की जान बचाने के इरादे से गुड़गांव पुलिस की मदद की। इसके लिए मुझे कोई पैसा नहीं मिला है। मैंने उसे पकड़ने में ही पुलिस की मदद की थी। मैं इस मामले में साढ़े छह साल से जेल में हूं हालांकि आरोपियों के खिलाफ 14 नवंबर, 2019 को आरोप तय किए गए थे, लेकिन पिछले तीन सालों में केवल एक गवाह की गवाही हुई है। इन कारकों को ध्यान में रखते हुए और अब तक मैंने जो जेल की सजा काट ली है, उसे देखते हुए मुझे जमानत पर रिहा किया जाना चाहिए। दिव्या ने अर्जी में कहा है कि कोर्ट चाहे तो खास शर्तें लगाकर ही आदेश दे।

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