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हाईवे या मौत का जाल? समृद्धि हाईवे पर 8 महीने में 729 हादसे! सैकड़ों लोग मरे, 260 से अधिक गंभीर रूप से घायल

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Mumbai Pune Highway
Mumbai Pune Highway

समृद्धि हाईवे (Highway)पर आठ महीने में 700 से ज्यादा हादसे हो चुके हैं। इससे 100 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है. इस संबंध में एक चौंकाने वाली रिपोर्ट सामने आई है. समृद्धि महामार्ग महाराष्ट्र की ‘समृद्धि’ और विकास के लिए बनाया गया था। समृद्धि हाईवे अपनी घोषणा के बाद से ही चर्चा में है। समृद्धि मार्ग पर दुर्घटना का दौर कुछ भी करने से कम नहीं होता। इसके कारण समृद्धि राजमार्ग पर इसकी शुरुआत से ही दुर्घटनाओं की एक श्रृंखला हुई है, जिसके परिणामस्वरूप कई लोगों की जान चली गई है। समृद्धि हाईवे पर आठ महीने में 700 से ज्यादा हादसे हो चुके हैं नतीजा यह हुआ कि 100 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई और 250 से ज्यादा लोग घायल हो गए. इस संबंध में एक चौंकाने वाली रिपोर्ट सामने आई है.

समृद्धि हाईवे (Highway) पर महज आठ महीने की अवधि में 729 छोटी-बड़ी दुर्घटनाएं हुई हैं, जिनमें से 47 दुर्घटनाएं जानलेवा रही हैं. इन 47 हादसों में 101 लोगों की मौत हो गई है. जबकि अन्य 99 हादसों में 262 लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं. राज्य पुलिस के “राजमार्ग सुरक्षा” बल ने समृद्धि राजमार्ग पर दुर्घटनाओं का विशेष अध्ययन किया है और उसी के आधार पर तैयार की गई एक रिपोर्ट से यह जानकारी सामने आई है.

समृद्धि हाईवे पर महज आठ महीने की अवधि में 729 छोटी-बड़ी दुर्घटनाएं हुई हैं, जिनमें से 47 दुर्घटनाएं जानलेवा रही हैं. इन 47 हादसों में 101 लोगों की मौत हो गई है. जबकि अन्य 99 हादसों में 262 लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं. राज्य पुलिस के “राजमार्ग सुरक्षा” बल ने समृद्धि राजमार्ग पर दुर्घटनाओं का विशेष अध्ययन किया है और उसके आधार पर तैयार की गई रिपोर्ट से यह जानकारी सामने आई है.

इस संबंध में हाईवे के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक रवींद्र सिंगल ने एबीपी माझा को बताया कि समृद्धि हाईवे पर रात के समय नींद का आना और तेज गति से गाड़ी चलाना। ये है हादसों का मुख्य कारण रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि समृद्धि हाईवे पर ज्यादातर मौतें ड्राइवर को नींद आने की वजह से हुईं. ड्राइवर को नींद की झपकी आने से 12 हादसे हो चुके हैं, जिनमें 44 लोगों की मौत हो चुकी है. तो वहीं तेज रफ्तार के कारण 21 दुर्घटनाएं हुई हैं, जिनमें 33 लोगों की मौत हो गई है. टायर फटने से चार हादसे हो चुके हैं और इनमें 10 लोगों की मौत हो चुकी है.

पुलिस के हाईवे (Highway) सुरक्षा बल ने उस समय का भी अध्ययन किया है, जिस समय सबसे ज्यादा दुर्घटनाएं हुई हैं. इस रिपोर्ट के मुताबिक, रात 12 बजे से सुबह 3 बजे के बीच हुए हादसों में 44 लोगों की मौत हो गई. तो वहीं सुबह 6 बजे से दोपहर 12 बजे के बीच हुए हादसों में 21 लोगों की जान जा चुकी है. भले ही समृद्धि राजमार्ग पर दुर्घटनाओं की अधिक चर्चा हो रही हो, राजमार्ग सुरक्षा बल के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक रवींद्र सिंगल के अनुसार, राज्य भर में 1004 दुर्घटनाएँ ब्लैक स्पॉट के रूप में दर्ज की गई हैं। रवीन्द्र सिंगल ने कहा है कि इस स्थान पर दुर्घटनाएं रोकने के लिए जल्द से जल्द आवश्यक कदम उठाना जरूरी है।

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