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जालना में मराठा प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज को लेकर भारी बवाल, मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने की बड़ी घोषणा

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जालना में मराठा प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज को लेकर भारी बवाल, अब मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने की बड़ी घोषणा

मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) ने कहा कि जालना में मराठा प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज  बेहद दुर्भाग्यपूर्ण घटना है और इस घटना के बाद उन्होंने जालना (Jalna) के पुलिस अधीक्षक को जबरन छुट्टी पर भेजने का निर्देश दिया है. साथ ही उन्होंने स्पष्ट किया कि पूरे मामले की जांच की जाएगी और दोषियों के खिलाफ उचित कार्रवाई की जाएगी और किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा. आज बुलढाणा में आयोजित एक कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने जालना में मराठा प्रदर्शनकारियों पर पुलिस द्वारा किये गये लाठीचार्ज का जिक्र करते हुए कार्रवाई की घोषणा की.

इस घटना के बाद कानून व्यवस्था की समस्या उत्पन्न न हो इसके लिए आवश्यक कदम उठाये गये हैं. जिला पुलिस अधीक्षकों को अनिवार्य अवकाश पर भेजने का निर्देश दिया गया है तथा अतिरिक्त पुलिस अधीक्षकों एवं उपाधीक्षकों को जिले से बाहर स्थानांतरित करने का निर्देश दिया गया है. मुख्यमंत्री ने कहा कि पूरे मामले की जांच अपर पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था) संजय सक्सैना से करायी जायेगी, जांच रिपोर्ट आने के बाद दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जायेगी, जरूरत पड़ी तो सरकार किसी को भी नहीं बख्शेगी. घटना की न्यायिक जांच करायी जायेगी.

‘जब तक मराठा समुदाय को आरक्षण नहीं मिल जाता, हम चैन से नहीं बैठेंगे’

एक सामान्य मराठा परिवार में जन्मा मैं मराठा समुदाय के दर्द से पूरी तरह वाकिफ हूं।’ उन्होंने कहा कि सरकार यह सुनिश्चित करने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है कि मराठा समुदाय को स्थायी आरक्षण मिले और सरकार इसके लिए प्रयास कर रही है और जल्द ही सकारात्मक निर्णय लिया जाएगा। उन्होंने यह भी साफ किया कि जब तक मराठा समुदाय को आरक्षण नहीं मिल जाता तब तक वह चैन से नहीं बैठेंगे.

मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे (CM Eknath Shinde) ने आलोचना की कि जिन्होंने हमेशा मराठा समुदाय का गला घोंटा है, वे आज उनके सामने अपना गला खोल रहे हैं। कल जालना में इकट्ठा हुए लोगों में मराठा आरक्षण उपसमिति के अध्यक्ष अशोक चव्हाण भी थे, उन्होंने अपने ढाई साल के कार्यकाल में आख़िर क्या किया..? मराठा समुदाय द्वारा निकाले गए शांतिपूर्ण मौन मार्चों को ‘गूंगा मार्च’ कहकर किसने उपहास उड़ाया..? इस मौके पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि जालना में विरोध शांतिपूर्ण तरीके से शुरू हुआ था, लेकिन अब जानकारी आ रही है कि आखिर पथराव किसने किया और मराठा आंदोलन में बाधा डालकर कौन अपना राजनीतिक रोटी सेक रहा है.

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