प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने NXT कॉन्क्लेव 2025 में एक हैरान कर देने वाला खुलासा किया। उन्होंने बताया कि अंग्रेजों द्वारा 150 साल पहले बनाए गए “ड्रामेटिक परफॉरमेंस एक्ट” के कारण आजादी के 75 साल बाद तक भारत में शादी या समारोह में 10 से ज्यादा लोग नाचते हुए पाए जाते, तो पुलिस उन्हें गिरफ्तार कर सकती थी। इस कानून के तहत, सिर्फ बारात में डांस करने पर दूल्हे और अन्य लोगों को भी हिरासत में लिया जा सकता था।
मोदी ने कहा कि यह कानून ब्रिटिश शासन की गुलामी की मानसिकता को दर्शाता है, जिसे दशकों तक खत्म करने की कोई पहल नहीं की गई। उन्होंने सवाल उठाया कि इतनी लंबी अवधि तक इस कानून पर किसी ने ध्यान क्यों नहीं दिया और क्यों इसे हटाने की मांग नहीं उठी। प्रधानमंत्री ने जोर देकर कहा कि उनकी सरकार ने इस पुराने कानून को खत्म करके भारत को औपनिवेशिक सोच से मुक्त करने की दिशा में एक बड़ा कदम उठाया है।
मोदी के इस बयान के बाद सोशल मीडिया पर लोगों की तीखी प्रतिक्रियाएं सामने आईं। कई लोगों ने इस बात पर हैरानी जताई कि इतने लंबे समय तक एक ऐसा कानून लागू था, जो लोगों की निजी खुशियों पर अंकुश लगाता था। कुछ ने सरकार के इस कदम की सराहना की और कहा कि आज के भारत को ऐसे पुराने कानूनों से आजाद होने की सख्त जरूरत थी।
इस घटना ने लोगों को एक बार फिर इतिहास के उन पन्नों की याद दिला दी, जहां भारत को गुलामी की बेड़ियों में जकड़कर रखा गया था। अब, इस बदलाव के साथ, लोग खुलकर अपनी खुशी मना सकते हैं, बिना इस डर के कि नाचने-गाने पर उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
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