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IndiGo: ‘चयनात्मक’ FDTL छूट पर पायलट संघ का तीखा आरोप

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IndiGo: ‘चयनात्मक’ FDTL छूट पर पायलट संघ का तीखा आरोप

एयरलाइन पायलट्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (APAI) ने नागर विमानन महानिदेशालय (DGCA) द्वारा इंडिगो एयरलाइंस को फ्लाइट ड्यूटी टाइम लिमिटेशंस (FDTL) CAR फेज-II के तहत दी गई ‘चयनात्मक ढिलाइयों’ पर कड़ी आपत्ति जताई है। एसोसिएशन ने DGCA को लिखे एक सख्त पत्र में कहा कि यह निर्णय FDTL नियमों की मूल भावना को कमजोर करता है और उड़ान सुरक्षा से गंभीर समझौता करता है। उल्लेखनीय है कि APAI अंतरराष्ट्रीय संगठन IFALPA (इंटरनेशनल फेडरेशन ऑफ एयरलाइन पायलट्स असोसिएशंस) की सदस्य है। (IndiGo)

IFALPA ने उठाई आश्वासन भंग की बात
IFALPA के निदेशक कैप्टन सैम थॉमस ने बताया कि 24 नवंबर 2025 को हुई बैठक में स्पष्ट रूप से सहमति बनी थी कि किसी भी व्यावसायिक कारण से किसी एयरलाइन को छूट नहीं दी जाएगी। उन्होंने कहा कि FDTL नियम केवल मानव जीवन की सुरक्षा के लिए बनाए गए हैं और इनमें ढिलाई पायलटों, यात्रियों और विमान के लिए गंभीर खतरे पैदा करती है।

इंडिगो को ‘चयनात्मक छूट’ पर सवाल
APAI ने आरोप लगाया कि DGCA ने फेज-II के क्रियान्वयन में इंडिगो को विशेष छूट देकर उसे निर्धारित सुरक्षा सीमा से अधिक संचालन की अनुमति दे दी है। पत्र में कहा गया कि यात्री असुविधा को आधार बनाकर इंडिगो राहत मांग रही है, जबकि वह जानती थी कि विंटर ऑपरेशंस बढ़ने वाले हैं और फेज-II नियम लागू होने वाले हैं।

सुरक्षा प्रावधानों में अनुचित ढील
एसोसिएशन ने कहा कि फेज-II में पहले से ही ऑपरेटरों के लिए संक्रमणकालीन रियायतें शामिल हैं, इसके बावजूद इंडिगो को बिना सुरक्षा संबंधी किसी औचित्य के अतिरिक्त राहत दी गई। इसे “खतरनाक और अस्वीकार्य” बताते हुए APAI ने कहा कि ऐसी ढिलाइयाँ नियमों की विश्वसनीयता पर प्रश्नचिह्न लगाती हैं।

संकट ‘इंजीनियर’ करने के आरोप
पायलट संघ ने कहा कि सभी एयरलाइनों को फेज-II लागू होने से पहले लगभग दो वर्ष मिले थे, फिर भी लागू होने के 35 दिन बाद ही परिचालन संकट कैसे उत्पन्न हुआ, यह संदेह पैदा करता है कि दबाव बनाने के लिए कृत्रिम संकट तैयार किया गया। (IndiGo)

नाइट-टाइम लैंडिंग सीमा में ढील पर आपत्ति
APAI ने रात के समय की परिभाषा में ढिलाई और रात के समय में आने वाली लैंडिंग की सीमा दो से बढ़ाकर चार करने की आलोचना की, जिसे वे पायलट की सतर्कता और उड़ान सुरक्षा के खिलाफ मानते हैं।

यात्रियों को खतरे में डालने का आरोप
पत्र में कहा गया कि DGCA ने स्वयं स्वीकार किया है कि इंडिगो पायलट अब कम विश्राम और अधिक थकान की स्थिति में उड़ान भरेंगे, जिससे यात्रियों की सुरक्षा जोखिम में पड़ सकती है। कैप्टन थॉमस ने कहा, “जो सुरक्षा नियम आसानी से दरकिनार किए जा सकते हैं, उन्हें सुरक्षा नियम कहा ही नहीं जा सकता।”

APAI ने चेतावनी दी कि यह निर्णय खतरनाक मिसाल बनेगा और भविष्य में अन्य एयरलाइंस भी इसी तरह की छूट मांग सकती हैं, जिससे नियमों की निष्पक्षता समाप्त हो जाएगी। (IndiGo)

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