निवेश की दुनिया में कुछ उदाहरण ऐसे होते हैं जो समय के साथ चौंकाने वाले रिटर्न देकर सबका ध्यान खींच लेते हैं। ऐसा ही एक मामला सामने आया है, जहां एक खास वस्तु की कीमत ने बीते 25 वर्षों में निवेशकों को 2,600 प्रतिशत से अधिक का रिटर्न दिया है। साल 2000 के आसपास जिस वस्तु की कीमत मात्र ₹7,900 प्रति किलो थी, वह अब 2025 में बढ़कर ₹2.16 लाख प्रति किलो तक पहुंच चुकी है। (Investment Return)
विशेषज्ञों के अनुसार, इस जबरदस्त बढ़ोतरी के पीछे कई अहम कारण हैं। सबसे बड़ा कारण मांग और आपूर्ति के बीच बढ़ता असंतुलन बताया जा रहा है। समय के साथ इस वस्तु की मांग लगातार बढ़ी, जबकि उत्पादन और उपलब्धता सीमित रही। नतीजतन, कीमतों में लंबी अवधि में तेज उछाल देखने को मिला।
इसके अलावा, वैश्विक बाजारों में आए बदलाव, महंगाई, कच्चे माल की लागत में वृद्धि और अंतरराष्ट्रीय व्यापार नीतियों ने भी इस कीमत बढ़ोतरी में अहम भूमिका निभाई। निवेश विशेषज्ञों का कहना है कि जिन लोगों ने 20–25 साल पहले धैर्य के साथ इसमें निवेश किया था, उन्हें आज असाधारण मुनाफा मिला है।
आंकड़ों पर नजर डालें तो 25 साल पहले ₹1 लाख का निवेश आज बढ़कर करीब ₹27 लाख से ज्यादा का हो चुका होता। यही वजह है कि इस निवेश को अब “लॉन्ग टर्म गोल्डन बेट” कहा जा रहा है। हालांकि, विशेषज्ञ यह भी चेतावनी देते हैं कि हर निवेश ऐसा रिटर्न नहीं देता और पिछला प्रदर्शन भविष्य की गारंटी नहीं होता।
बाजार विश्लेषकों के मुताबिक, 2020 के बाद कीमतों में और तेजी देखने को मिली। इसकी एक वजह वैश्विक सप्लाई चेन में आई बाधाएं और बढ़ती अंतरराष्ट्रीय मांग रही। वहीं, कुछ विश्लेषक इसे सुरक्षित निवेश विकल्प के तौर पर बढ़ती रुचि से भी जोड़कर देख रहे हैं।
हालांकि, मौजूदा ऊंचे स्तर पर निवेश करने वालों को सावधानी बरतने की सलाह दी जा रही है। विशेषज्ञों का कहना है कि जब किसी वस्तु की कीमत रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच जाती है, तो उसमें उतार-चढ़ाव का खतरा भी बढ़ जाता है। ऐसे में निवेश से पहले बाजार की स्थिति, मांग-आपूर्ति और दीर्घकालिक संभावनाओं का विश्लेषण जरूरी है। (Investment Return)
इस उदाहरण ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि धैर्य और सही समय पर किया गया निवेश लंबी अवधि में असाधारण रिटर्न दे सकता है। लेकिन साथ ही यह भी जरूरी है कि निवेशक भावनाओं में बहकर नहीं, बल्कि ठोस जानकारी और विशेषज्ञ सलाह के आधार पर फैसले लें।
कुल मिलाकर, ₹7,900 प्रति किलो से ₹2.16 लाख प्रति किलो तक की यह यात्रा निवेश जगत में एक मिसाल बन चुकी है, जो बताती है कि समय के साथ सही एसेट किस तरह निवेशकों की किस्मत बदल सकता है। (Investment Return)