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Kharghar हीट स्ट्रोक मामले में सामने आई बड़ी जानकारी, क्या 14 मौतों के मामले में बढ़ेंगी आयोजकों की मुश्किलें?

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Kharghar हीट स्ट्रोक मामले में सामने आई बड़ी जानकारी, क्या 14 मौतों के मामले में बढ़ेंगी आयोजकों की मुश्किलें?

Kharghar में महाराष्ट्र भूषण पुरस्कार समारोह के दौरान लू लगने से 14 सदस्यों की मौत हो गई. इस मामले में एक और जानकारी सामने आई है. अधिकारियों को जानकारी मिली है कि खारघर में महाराष्ट्र भूषण पुरस्कार कार्यक्रम के प्रबंधकों ने नगर निगम से कोई अनुमति नहीं ली है

सांगली के सुयोग ओंधाकर ने सूचना के अधिकार में जानकारी मांगी थी कि खारघर में महाराष्ट्र भूषण पुरस्कार समारोह के लिए प्रबंधकों ने नगर निगम से कोई अनुमति ली थी या नहीं। इसके बाद जवाब दिया गया कि पनवेल नगर निगम की ओर से उक्त कार्यक्रम के लिए अनुमति दस्तावेज के बारे में कोई जानकारी नहीं है. संक्षेप में कहें तो यदि प्रबंधकों ने आयोजन की अनुमति लेने के लिए कोई पत्राचार किया होता तो जानकारी मिल जाती, लेकिन फिलहाल नगर निगम के पास इस संबंध में कोई जानकारी नहीं है.(Kharghar)

 

16 अप्रैल को खारघर के सेंट्रल पार्क में आयोजित इस भव्य समारोह में राज्य के कोने-कोने से लाखों धर्माधिकारी श्रद्धालु जुटे. इस साल का महाराष्ट्र भूषण पुरस्कार अप्पासाहेब धर्माधिकारी को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने दिया। इस कार्यक्रम में करीब 20 लाख लोग शामिल हुए. उनमें से कई पिछली रात से मैदान में घुसे थे और कुछ एक दिन पहले मैदान में घुसे थे कार्यक्रम सुबह 10:30 बजे से दोपहर 1:30 बजे तक चल रहा था, तभी वहां मौजूद कई लोग भीषण लू की चपेट में आ गये, जिसमें 14 लोगों की मौत हो गयी. इस घटना के बाद राज्य सरकार ने संबंधित सदस्यों के परिवारों को तत्काल आर्थिक सहायता देने की घोषणा की. लेकिन इस हादसे का जिम्मेदार कौन है? ऐसा सवाल विपक्षी दल ने उठाया था. इसके अलावा यह भी आरोप है कि इस कार्यक्रम के लिए सरकारी खजाने से करीब 14 करोड़ रुपये खर्च किये गये हैं.(Kharghar)

जब इतनी बड़ी संख्या में लोगों के आने की उम्मीद थी तो इस मौके पर कार्यक्रम का ख़राब आयोजन, धूप से बचाव की व्यवस्था की कमी, पानी और चिकित्सा सुविधाओं की उपेक्षा जैसे कई मुद्दे उठाए गए. याचिका में आरोप लगाया गया था कि चूंकि महाराष्ट्र भूषण एक सरकारी पुरस्कार है, इसलिए सार्वजनिक धन का अनुचित उपयोग किया गया। यह भी आरोप लगाया गया कि आगामी चुनावों में राजनीतिक लाभ के लिए यह पूरा जाल बिछाया गया। इसके अलावा यह भी आरोप लगाया गया कि कार्यक्रम में मौजूद प्रमुख लोग एक सुरक्षित स्थान पर वातानुकूलित छत्र में भोजन कर रहे थे, जबकि सामने आईं कुछ तस्वीरों से कार्यक्रम स्थल पर मौजूद श्री सदस्यों को असुविधा और कठिनाई का सामना करना पड़ रहा था.

 

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