महानगरपालिका क्षेत्र की महिलाओं के लिए शुरू की गई “लाडकी बहिन योजना” के तहत उन्हें हर महीने ₹3000 की आर्थिक सहायता मिलती है। लेकिन नवंबर और दिसंबर के दो महीने बीत जाने के बावजूद योजना का पैसा कई लाभार्थी महिलाओं के खातों में नहीं आया है। इसके चलते महिलाएं लगातार अपने बैंकों का चक्कर लगा रही हैं और यह सवाल उठ रहा है कि आखिरकार पैसे कब उनके खाते में आएंगे। (Ladki Bahin Yojana Delay)
महिला लाभार्थियों का कहना है कि पिछले दो महीनों से उन्हें योजना का पैसा नहीं मिला है। बैंक और नगरपरिषद में लगातार पूछताछ के बावजूद उन्हें कोई सटीक जानकारी नहीं मिल रही है। योजना के तहत आर्थिक सहायता के न मिलने से कई परिवारों को दैनिक खर्चों में कठिनाई का सामना करना पड़ रहा है।
निवडणुकी के समय इस योजना की अहमियत और बढ़ जाती है। कई महिलाएं यह सवाल कर रही हैं कि क्या नगरपरिषद या महानगरपालिका के चुनावों के दौरान उनकी आर्थिक मदद को रोक दिया गया है। कुछ चर्चा यह भी है कि चुनाव आचारसंहिता या तकनीकी कारणों के चलते भुगतान में देरी हुई है।
महिला लाभार्थियों ने बताया कि बैंक खातों में पैसे आए या नहीं यह जानने के लिए उन्हें बार-बार बैंक का चक्कर लगाना पड़ रहा है। कई बार बैंक कर्मचारियों से लंबी पूछताछ करनी पड़ती है और कई महिलाओं को अपनी पहचान व योजना का विवरण बार-बार देना पड़ रहा है। इससे उनके समय और श्रम की काफी बर्बादी हो रही है।
योजना के अधिकारी इस मामले में कह रहे हैं कि भुगतान जल्द ही किया जाएगा और तकनीकी कारणों से हुई देरी को दूर करने का प्रयास जारी है। लेकिन लाभार्थियों के लिए यह भरोसा अभी तक पूरी तरह से कायम नहीं हुआ है। योजना का उद्देश्य महिलाओं को आर्थिक सशक्तिकरण देना है, लेकिन दो महीने से भुगतान न होने से इसका असर प्रभावित हो रहा है।
महिलाएं उम्मीद कर रही हैं कि जल्द ही उनके खातों में दो महीने के बकाया ₹6000 जमा होंगे। इसके साथ ही अगले महीने के हफ्ते भी समय पर जमा होने चाहिए, ताकि उन्हें आर्थिक राहत मिल सके। लाभार्थी यह भी कह रही हैं कि चुनाव और अन्य प्रशासनिक प्रक्रियाओं के बीच उनकी जरूरतों को नजरअंदाज नहीं किया जाना चाहिए। (Ladki Bahin Yojana Delay)
स्थानीय महिला संगठनों का कहना है कि प्रशासन को योजना के भुगतान में देरी और उससे पैदा हुई समस्याओं को तुरंत दूर करना चाहिए। योजना का पैसा समय पर न मिलने से महिलाओं में निराशा और असंतोष बढ़ रहा है।
इस पूरे घटनाक्रम से स्पष्ट है कि लाडकी बहिन योजना के लाभार्थियों के लिए बैंकिंग और प्रशासनिक प्रक्रियाओं को पारदर्शी और समयबद्ध बनाने की आवश्यकता है। महिलाओं की आर्थिक सुरक्षा और भरोसे को बनाए रखने के लिए अधिकारियों को तत्काल कदम उठाने होंगे। (Ladki Bahin Yojana Delay)