महाराष्ट्र के नांदेड जिले की लोहा नगर परिषद चुनाव में भारतीय जनता पार्टी को करारा झटका लगा है। इस चुनाव में भाजपा द्वारा एक ही परिवार के छह सदस्यों को मैदान में उतारने की रणनीति पूरी तरह विफल साबित हुई। पार्टी के सभी छह उम्मीदवारों को हार का सामना करना पड़ा, जबकि शरद पवार गुट की राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी ने शानदार प्रदर्शन करते हुए नगर परिषद पर कब्जा जमा लिया। (Maharashtra Politics)
लोहा नगर परिषद की कुल 17 सीटों में से राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी ने स्पष्ट बहुमत हासिल करते हुए 17 में से अधिकांश सीटों पर जीत दर्ज की। इस जीत के साथ ही शरद पवार गुट ने नगर परिषद में अपना परचम लहरा दिया। भाजपा के लिए यह नतीजा इसलिए भी चौंकाने वाला रहा क्योंकि पार्टी ने इस चुनाव में एक ही परिवार के कई सदस्यों को टिकट दिया था, जिसे लेकर पहले से ही चर्चा हो रही थी।
भाजपा के प्रमुख उम्मीदवार और नगराध्यक्ष पद के दावेदार गजानन सूर्यवंशी को भी हार का सामना करना पड़ा। उनके साथ उनकी पत्नी गोदावरी सूर्यवंशी, भाई सचिन सूर्यवंशी, भाभी सुप्रिया सचिन सूर्यवंशी, साले युवराज वसंतराव वाघमारे और भांजे की पत्नी रीना अमोल व्यवहारे—सभी चुनाव हार गए। एक ही परिवार के छह उम्मीदवारों की हार ने भाजपा की स्थानीय रणनीति पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
इस चुनाव में ठाकरे गुट की शिवसेना, भाजपा और कांग्रेस को केवल एक-एक सीट पर संतोष करना पड़ा, जबकि राष्ट्रवादी कांग्रेस ने स्पष्ट बहुमत के साथ नगर परिषद में अपना वर्चस्व स्थापित किया। नतीजों के बाद लोहा शहर में राष्ट्रवादी कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने जमकर जश्न मनाया। ढोल-नगाड़ों, आतिशबाजी और गुलाल के साथ कार्यकर्ताओं ने एक-दूसरे को बधाइयाँ दीं। (Maharashtra Politics)
राजनीतिक दृष्टि से इस परिणाम को नांदेड की राजनीति में अहम माना जा रहा है। जहां एक ओर लोहा नगर परिषद पर राष्ट्रवादी की जीत ने पार्टी का मनोबल बढ़ाया है, वहीं कंधार क्षेत्र में हार के कारण मिश्रित प्रतिक्रियाएं भी सामने आ रही हैं। कुल मिलाकर लोहा नगर परिषद का यह चुनाव परिणाम भाजपा के लिए चेतावनी और राष्ट्रवादी कांग्रेस के लिए बड़ी राजनीतिक उपलब्धि के रूप में देखा जा रहा है। (Maharashtra Politics)