हर साल देश में लाखों-करोड़ों छात्र सीबीएसई बोर्ड से कक्षा 10वीं की परीक्षा देते हैं। इनमें से कुछ छात्र उत्तीर्ण होते हैं, जबकि अन्य अनुत्तीर्ण हो जाते हैं। अनुत्तीर्ण होने वाले छात्रों के लिए पूरक परीक्षा का विकल्प उपलब्ध है। हालाँकि, यह विकल्प 2026 से उपलब्ध नहीं होगा। सीबीएसई बोर्ड ने वर्ष में दो बार परीक्षा आयोजित करने का निर्णय लिया है।
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने घोषणा की है कि शैक्षणिक सत्र 2026-2027 से कक्षा 10वीं की बोर्ड परीक्षाएं वर्ष में दो बार आयोजित की जाएंगी। इस निर्णय का उद्देश्य छात्रों को अधिक अवसर प्रदान करना और परीक्षा से संबंधित तनाव को कम करना है। छात्र दोनों परीक्षाओं में शामिल हो सकते हैं, और उनके सर्वोत्तम स्कोर को अंतिम परिणाम में शामिल किया जाएगा।
इस पहल के तहत, यदि कोई छात्र किसी कारणवश पहली परीक्षा में शामिल नहीं हो पाता है या अपने स्कोर में सुधार करना चाहता है, तो वह दूसरी परीक्षा में बैठ सकता है। इससे छात्रों को अपनी तैयारी के अनुसार बेहतर प्रदर्शन करने का अवसर मिलेगा। इस बदलाव के संबंध में, केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि छात्रों के लिए तनाव-मुक्त शिक्षण वातावरण बनाना सरकार की प्राथमिकता है, और परीक्षा सुधार इस दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
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