Malhar Certification : महाराष्ट्र में मांस बिक्री को लेकर एक नया विवाद खड़ा हो गया है। राज्य के कैबिनेट मंत्री नितेश राणे ने घोषणा की है कि हिंदू दुकानदारों को झटका मटन के लिए ‘मल्हार सर्टिफिकेशन’ दिया जाएगा। इस पहल का उद्देश्य हिंदू समाज को धार्मिक परंपराओं के अनुरूप शुद्ध मांस उपलब्ध कराना है। झटका विधि में जानवर को एक ही झटके में मारा जाता है, जिसे हिंदू और सिख धर्म में शुद्ध और धर्मसम्मत माना जाता है। राणे के अनुसार, ग्राहकों को यह भरोसा दिलाने के लिए कि वे सही विधि से तैयार मटन खरीद रहे हैं, एक डिजिटल प्लेटफॉर्म बनाया जाएगा। इस प्लेटफॉर्म पर दुकानदार रजिस्ट्रेशन करा सकेंगे और ग्राहकों को सर्टिफाइड दुकानों की सूची उपलब्ध होगी। (Malhar Certification)
इस घोषणा के बाद महाराष्ट्र में राजनीतिक बहस छिड़ गई है। हिंदू संगठनों ने इस पहल का स्वागत करते हुए कहा कि इससे धार्मिक मान्यताओं का सम्मान होगा और उपभोक्ताओं को सही जानकारी मिलेगी। दूसरी ओर, विपक्षी दलों और सामाजिक संगठनों ने इस कदम की आलोचना करते हुए इसे समाज को धार्मिक आधार पर बांटने की कोशिश बताया है। उनका मानना है कि इससे सांप्रदायिक तनाव बढ़ सकता है और व्यापार में अनावश्यक जटिलताएं आ सकती हैं।
सरकार फिलहाल इस योजना को चरणबद्ध तरीके से लागू करने की योजना बना रही है। पहले कुछ शहरों में इसे पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर शुरू किया जाएगा, फिर प्रतिक्रिया के आधार पर पूरे राज्य में विस्तार किया जाएगा। यह देखना दिलचस्प होगा कि यह पहल धार्मिक स्वतंत्रता और उपभोक्ता अधिकारों को मजबूत करेगी या समाज में नए विवादों को जन्म देगी। (Malhar Certification)
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