दादाबुवा बळीद नाम के यह ज्येष्ठ नागरिक अपने लडके कि हत्या होने कि आशंका के मामले में पंतनगर पुलीस थाने, सहाय्यक पुलीस आयुक्त चिराग नगर विभाग आदि कार्यालयों में निष्पक्ष जांच करने के लिये शिकायतपत्र देकर गुहार लगा रहे है। किंतु उन्हे किसी प्रकार का प्रतिसाद पुलीस प्रशासन से मिलता हुआ नहीं दिख रहा है और इस बात का दावा खुद शिकायतकर्ता बळीद ने किया है।
तो वही दुसरी ओर पुलीस प्रशासन ने मृतक आशिष बळीद की हत्या की वजह वाहन हादसा करार देकर अपना पल्ला झाड़ा। और ये जानकरी भी शिकायतकर्ता ने ही दी है । अब यह देखना शेष है कि बळीद का दर्द पुलीस प्रशासन कितने जल्द समझ कर उसे इंसाफ देती है। शिकायतकर्ता का बेटा आशिष हाईकॉलीफाईड था ! जिस दिन आशिष कि मृत्यू हुई उस दिन का दिनक्रम का ब्योरा जांच कर इंसाफ देने कि गुहार विगत 6 महिनों से जारी है लेकिन अब तक कोई करवाई नहीं हुई है।
इसी का जायजा हमारे मेट्रो मुंबई के सिनियर रिपोर्टर विनोद कांबले ने लिया तो पता चला कि पुलीस प्रशासन को कई बार गुहार लगाई मगर इंसाफ नहीं मिला । इसलिए शिकायतकर्ता ने ठान लिया है कि जब तक इंसाफ मिलेगा नहीं तब तक पुलीस ठाने के सामने प्राणांतिक अनशन, आंदोलन करते रहेंगे ।
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