मुंबई जैसे शहर में जहां नया घर खरीदने का सपना लगभग सभी के लिए दूर होता जा रहा है, वहीं म्हाडा की लॉटरी प्रक्रिया ने ऐसे सामान्य लोगों को हक्क का घर दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। मुंबई में घर की कमी और ऊंची कीमतों के कारण कई लोग अपना सपना पूरा नहीं कर पा रहे थे, लेकिन अब म्हाडा की कोशिशों से उन्हें नया जीवन मिलेगा।
मुंबई और उपनगरों में नए घरों के लिए भूमि की कमी के कारण आगामी म्हाडा लॉटरी पर इसका असर पड़ा है। ऐसे में म्हाडा और एसआरए मिलकर 17 प्रकल्पों को पूरा करने की योजना बना रहे हैं। संजीव जयस्वाल, म्हाडा के उपाध्यक्ष ने इन प्रकल्पों को गति देने के लिए आदेश दिए हैं। इसके बाद इन प्रकल्पों पर काम शुरू कर दिया गया है।
अब तक एसआरए ने आठ प्रकल्पों पर काम शुरू किया है और बाकी प्रकल्पों की व्यवहार्यता भी जांची जा रही है। इन प्रकल्पों में गोरेगाव, वांद्रे, कुर्ला और बोरिवली जैसे प्रमुख स्थानों पर लगभग 25 हजार नए घरों का निर्माण किया जाएगा। इन घरों में से आधे घर लॉटरी के जरिए उपलब्ध होंगे।
इसके अलावा, म्हाडा की भूमि पर रहने वाले झोपड़ीधारकों का बायोमेट्रिक सर्वेक्षण भी जल्द किया जाएगा। इस तरह, इन सभी प्रयासों का फायदा उन लोगों को होगा जो नया घर प्राप्त करने का सपना देख रहे हैं।
Read Also : बदलापूर से मुंबई के लिए मेट्रो सेवा, मुख्यमंत्री ने दी बड़ी घोषणा