मुंबई में अगस्त 2027 में पहली बुलेट ट्रेन शुरू होने वाली है, लेकिन शहर के ज्यादातर CNG पंपों पर गैस का संकट गहराया हुआ है। कई पंपों पर गाड़ियों की लंबी कतारें लगी हैं, जबकि कुछ जगहों पर “CNG बंद है” के बोर्ड लगातार दूसरे दिन भी लगे हुए हैं। इस वजह से ऑटो और टैक्सी चालकों में नाराजगी का माहौल है। (Mumbai CNG Crisis)
सिटी में रोजाना हजारों वाहन CNG पर चलते हैं, जिससे यह संकट सीधे ऑटो-टैक्सी चालकों और आम नागरिकों को प्रभावित कर रहा है। कई चालक अपनी गाड़ियों को CNG पंपों पर खड़ा करके घंटों इंतजार कर रहे हैं, जिससे उनके कामकाज में बाधा आ रही है और आम लोगों की यात्रा भी प्रभावित हो रही है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि सार्वजनिक परिवहन और दैनिक आवागमन के लिए CNG की उपलब्धता बेहद जरूरी है। परंतु अब शहर में इसका अभाव देखा जा रहा है। इससे न केवल चालकों की आय प्रभावित हो रही है, बल्कि शहर की सड़कें भी व्यस्त हो रही हैं और ट्रैफिक की समस्याएँ बढ़ रही हैं। (Mumbai CNG Crisis)
ऑटो और टैक्सी यूनियनों ने प्रशासन से तुरंत हस्तक्षेप करने और CNG आपूर्ति बहाल करने की मांग की है। उनका कहना है कि यदि जल्द उपाय नहीं किए गए, तो सड़क परिवहन में और अधिक परेशानी आएगी। प्रशासन ने कहा है कि वह स्थिति का आकलन कर रहे हैं और जल्द ही समाधान लाने की कोशिश की जाएगी।
शहरवासियों को भी सलाह दी जा रही है कि फिलहाल यात्रा के लिए वैकल्पिक साधनों का प्रयोग करें और आवश्यक होने पर ही सड़क पर निकलें। CNG संकट ने एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि मुंबई की बढ़ती आबादी और वाहन संख्या के बीच ईंधन की आपूर्ति को संतुलित रखना कितना चुनौतीपूर्ण है। (Mumbai CNG Crisis)
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