Mumbai : मुंबई में खस्ताहाल फुटपाथों के कारण लोग मजबूरन सड़क पर चल रहे हैं, जिससे हादसों का खतरा बढ़ गया है। लोखंडवाला में एक मां-बेटी को सड़क पर चलने के लिए मजबूर होना पड़ा, जहां तेज़ रफ्तार गाड़ी ने उन्हें टक्कर मार दी। सुबह की जॉगिंग हो या रोज़मर्रा का सफर, लोग अब सड़क पर तेज़ रफ्तार वाहनों के बीच जान जोखिम में डालकर चलने को मजबूर हैं।
फुटपाथ मुम्बइकरों के चलने और सुरक्षा के लिए बनाए गए थे, लेकिन अब ये टूटे, बिखरे और बेजान पड़े हैं। कहीं कचरे का अंबार तो कहीं नशेड़ियों का अड्डा बन चुके हैं ये फुटपाथ। अंधेरी से लेकर बोरिवली तक, एक ओर खड़ी बसें और वैन, दूसरी ओर घने पेड़, बीच में पैदल चलने की जगह ही नहीं बची। (Mumbai)
स्थानीय नागरिकों ने सुरक्षित फुटपाथ की मांग की है। मार्केटिंग प्रोफेशनल बलराम विश्वकर्मा ने कहा कि लोखंडवाला में जो हादसा हुआ, वो सिर्फ इसीलिए हुआ क्योंकि बाकी फुटपाथ चलने लायक नहीं थे। मां और बेटी मजबूरन सड़क पर चलीं और तेज़ रफ्तार गाड़ी ने उन्हें टक्कर मार दी।
बीएमसी का कहना है कि अवैध फेरीवाले, अतिक्रमण और बेवारस वाहन हटाए जा रहे हैं। बीएमसी के 2025-2026 के बजट में यूनिवर्सल फुटपाथ पॉलिसी के तहत सुधार का वादा किया गया है। ₹100 करोड़ के प्रावधान के साथ, इस पहल का लक्ष्य मुंबई को अधिक पैदल व दिव्यांग अनुकूल बनाना है। (Mumbai)
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