Mumbai Metro Line: मुंबई मेट्रो लाइन 3, जो पूरी तरह से अंडरग्राउंड है, उसमें स्टेशन कॉंकोर्स 10-14 मीटर और प्लेटफ़ॉर्म 18-20 मीटर के नीचे हैं, इसलिए वर्तमान में मोबाइल और इंटरनेट कनेक्टिविटी का मुद्दा है
अपग्रेड:
मुंबई मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (एमएमआरसी) ने मेट्रो लाइन 3 के लिए टेलीकॉम इंफ्रास्ट्रक्चर को बेहतर बनाने के लिए इन-बिल्डिंग सॉल्यूशंस का ठोस कदम उठाया है। इसका विजेता, रियाध की ACES Co. की सहायक कंपनी, ACES India Pvt Ltd है, जो यात्री को एक्वा लाइन पर बिना रुकावट के कनेक्टिविटी सुनिश्चित करेगी
दक्षता और परिणाम:
ACES India ने पहले ही बैंगलोर एयरपोर्ट और सूरत डायमंड बोर्स पर इन-बिल्डिंग सॉल्यूशंस को कामयाबी से लागू किया है। इससे प्रति स्टेशन द्वारा प्राप्त लाइसेंस फी लगभग भारत में किसी भी अन्य मेट्रो लाइन से 2.5 गुना अधिक है।
चुनौतियाँ:
अंडरग्राउंड स्थिति की चुनौती को ध्यान में रखते हुए, एमएमआरसी ने Jio, Vodafone, Airtel, और MTNL जैसे मोबाइल सेवा प्रदाताओं के साथ सहयोग करने की योजना बनाई। इसके लिए इन-बिल्डिंग सॉल्यूशंस का उपयोग करके अंडरग्राउंड स्टेशन और सुरंगों में एंटीना और रिपीटर स्थापित करना है।(Mumbai Metro Line)
राजस्व उत्पन्न करना:
एश्विनी भिड़े, एमएमआरसी की प्रमुख निदेशक, ने इस पहल के माध्यम से मिले गैर-किराया बॉक्स राजस्व की महत्वपूर्णता को बताते हुए कहा, “इस पहल के माध्यम से मेट्रो लाइन 3 ने भारत में सबसे ज्यादा राजस्व उत्पन्न किया है।” यह योजना यह सुनिश्चित करेगी कि यात्री अंडरग्राउंड मेट्रो लाइन 3 के दौरान बिना रुकावट के मोबाइल और इंटरनेट कनेक्टिविटी का आनंद करें।
वित्तीय मील का पत्थर:
एमएमआरसी के निदेशक (योजना और रियल एस्टेट विकास/ एनएफबीआर) आर रमाना ने इसे देश के लिए सबसे अधिक वार्षिक प्रीमियम प्राप्त करने का आनंद व्यक्त किया। उनका मानना है कि यह पहल मेट्रो लाइन-3 के संचालन को सुधारने और सम्पूर्ण यात्री अनुभव को बेहतर बनाने में सामर्थ्यपूर्ण समर्थन प्रदान करेगी।
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Reported By: Jyoti Singh