मुंबई से एक चौंकाने वाली खबर सामने आई है। मुंबई के नामांकित ऑर्किड स्कूल में एक ही क्रमांक की दो अलग-अलग स्कूल बसों से बच्चों की आवाजाही चल रही थी। यह मामला तब उजागर हुआ जब RTO और ट्रैफिक पुलिस ने स्कूल बसों की नियमित जांच की। जांच में पता चला कि दोनों बसें दो वर्ष से अधिक समय से बिना वैध रजिस्ट्रेशन के चल रही थीं। (Mumbai)
पालकों ने इस घटना पर गहरा आक्रोश व्यक्त किया है। उनका कहना है कि बच्चों की सुरक्षा के साथ छेड़छाड़ करना बेहद गंभीर मामला है। “हम अपने बच्चों की सुरक्षा के लिए उन्हें स्कूल भेजते हैं, लेकिन स्कूल प्रशासन की इस लापरवाही ने हम पर चिंता और डर दोनों ही बढ़ा दिया,” एक पालक ने कहा।
घटना के खुलासे के बाद RTO और मुंबई ट्रैफिक पुलिस ने स्कूल प्रशासन पर कार्रवाई शुरू कर दी है। जांच में यह भी सामने आया कि स्कूल ने बसों की रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया पूरी नहीं की थी और नियमों की अनदेखी की। दोनों बसें एक ही नंबर के होने के बावजूद अलग-अलग रूट पर बच्चों को ले और लाकर रही थीं।
पुलिस ने इस मामले में स्कूल प्रशासन और बस संचालकों के खिलाफ गंभीर आरोपों के तहत FIR दर्ज की है। अधिकारीयों का कहना है कि बच्चों की सुरक्षा को देखते हुए जांच में किसी भी प्रकार की ढिलाई बर्दाश्त नहीं की जाएगी। इसके अलावा, स्कूल से संबंधित अन्य बसों की भी तुरंत जांच की जा रही है ताकि कोई और गड़बड़ी न रहे।
विशेषज्ञों का कहना है कि स्कूल बसें बच्चों की सुरक्षा का पहला साधन होती हैं। नियमों और वैधानिक रजिस्ट्रेशन की अनदेखी गंभीर परिणाम पैदा कर सकती है। मुंबई जैसे बड़े शहर में इस प्रकार की लापरवाही बच्चों की जान के लिए खतरा बन सकती है।
घटना के सामने आने के बाद RTO ने सभी स्कूलों से अपील की है कि वे अपनी बसों का रजिस्ट्रेशन, निरीक्षण और दस्तावेज पूरी तरह से वैध रखें। इसके साथ ही ट्रैफिक पुलिस ने स्कूलों को चेतावनी दी है कि नियमों का उल्लंघन पाए जाने पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। (Mumbai)
पालक और स्थानीय नागरिक इस घटना से चिंतित हैं और चाहते हैं कि सरकार और प्रशासन इस मामले में सख्ती बरते। बच्चों की सुरक्षा और स्कूलों की जिम्मेदारी को लेकर यह मामला एक चेतावनी बन गया है।
इस पूरे घटनाक्रम ने यह स्पष्ट कर दिया है कि नियमों का पालन और बच्चों की सुरक्षा प्राथमिकता होनी चाहिए। RTO और पुलिस की तत्परता से उम्मीद की जा रही है कि इस मामले में दोषियों को उचित सजा मिले और भविष्य में ऐसी लापरवाही दोबारा न हो। (Mumbai)