मंत्रालय में काम करने का झांसा देकर और चार्टर्ड अधिकारी बनकर लया के अधिकारी ने गरीब और जरूरतमंद युवाओं से पांच-पांच लाख की रिश्वत ली। कई दिनों के इंतजार के बाद आखिरकार जब उन्हें ठगे जाने का एहसास हुआ तो कुछ युवकों ने मानवाधिकारों पर काम करने वाली संस्था सत्यवादी ह्यूमन राइट्स को शिकायत लिखी थी। जब ऐसी धोखाधड़ी होती है जहां उम्मीद होती है तो सरकार से आम लोगों का भरोसा उठ जाता है। इस बात की जानकारी संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष चेतन साल्वे, प्रदेश अध्यक्ष शांताराम करांडे ने दी है।
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