नासिक में परवानगीविना बाइक टॅक्सी सेवा चलाने पर रॅपिडो कंपनी के खिलाफ पंचवटी पुलिस स्टेशन में फसवणूक (धोखाधड़ी) का मामला दर्ज किया गया है। प्रादेशिक परिवहन विभाग का स्पष्ट रूप से परवाना न होने के बावजूद कंपनी ने शहर में बाइक टॅक्सी सेवा शुरू की थी। (Nashik Rapido Fraud)
मोटर वाहन निरीक्षक योगेश सपिके की तक्रार पर यह मामला दर्ज किया गया। उन्होंने बताया कि रॅपिडो ऐप के माध्यम से बेकायदेशीर रूप से यात्रियों को ढोकर शासन को फसवणूक की जा रही थी। खास बात यह है कि यह सेवा शहर में केवल पंद्रह दिन पहले ही चालू की गई थी।
पुलिस ने कंपनी के अधिकारियों के खिलाफ जांच शुरू कर दी है। मामले की गंभीरता को देखते हुए अधिकारियों ने कहा कि नियमों के उल्लंघन को किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। पुलिस जल्द ही पूरी जांच कर दोषियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करेगी।
विशेषज्ञों का कहना है कि बिना अनुमति और लाइसेंस के बाइक टॅक्सी सेवाएं न केवल कानूनी दृष्टि से गैरकानूनी हैं, बल्कि यात्रियों की सुरक्षा के लिए भी खतरा हैं। राज्य सरकार ने पिछले कुछ वर्षों में कई बार शहरों में इस तरह की अवैध सेवाओं पर नियंत्रण के लिए सख्त नियम बनाए हैं।
इस घटना से यह भी साफ हुआ कि ऐप आधारित राइडिंग सेवाओं की निगरानी और अनुमतियों की जांच बेहद जरूरी है। अधिकारियों का कहना है कि नियमों का उल्लंघन करने वाली कंपनियों पर तुरंत कार्रवाई की जाएगी ताकि नागरिकों की सुरक्षा और शासन की नीतियों का पालन सुनिश्चित किया जा सके। (Nashik Rapido Fraud)
पुलिस ने नागरिकों से अपील की है कि वे केवल लाइसेंस प्राप्त और अनुमतिप्राप्त वाहनों का ही उपयोग करें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत पुलिस को दें। इस कदम से शहर में यात्री सुरक्षा बढ़ाने और अवैध सेवाओं पर लगाम लगाने की उम्मीद है। (Nashik Rapido Fraud)
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