Navratri : पावन अवसर पर हर साल सड़क किनारे नॉनवेज बिक्री को लेकर विवाद खड़ा हो जाता है। इस बार भी महाराष्ट्र में यह मुद्दा गरमाया हुआ है। शिंदे गुट की शिवसेना ने सार्वजनिक स्थानों पर मांसाहारी भोजन की बिक्री पर रोक लगाने की मांग की है, जिससे धार्मिक भावनाओं का सम्मान किया जा सके। हालांकि, रेस्टोरेंट और होटल में नॉनवेज परोसने पर कोई आपत्ति नहीं जताई गई है। (Navratri)
शिवसेना (शिंदे गुट) के नेताओं का कहना है कि नवरात्रि के दौरान हिंदू समुदाय की आस्था को ध्यान में रखते हुए सड़क किनारे खुले में नॉनवेज बेचना अनुचित है। उनका मानना है कि इससे श्रद्धालुओं की भावनाएं आहत होती हैं, खासकर जब वे व्रत और उपवास रखते हैं। इस मांग को लेकर स्थानीय नगर निगमों से भी अपील की गई है कि वे अस्थायी स्टॉल और खुले में नॉनवेज बिक्री पर रोक लगाने के लिए निर्देश जारी करें।
दूसरी ओर, विपक्षी दलों और कुछ रेस्टोरेंट मालिकों का कहना है कि भोजन व्यक्तिगत पसंद का मामला है और इसे धार्मिक मान्यताओं के आधार पर प्रतिबंधित करना ठीक नहीं है। उनका कहना है कि होटलों और दुकानों के भीतर बेचे जाने वाले नॉनवेज फूड पर किसी तरह का प्रतिबंध नहीं लगाया जाना चाहिए, क्योंकि यह व्यवसायिक स्वतंत्रता के खिलाफ होगा। (Navratri)
यह पहली बार नहीं है जब नवरात्रि के दौरान नॉनवेज बिक्री को लेकर विवाद हुआ हो। इससे पहले भी कई बार राजनीतिक दलों और धार्मिक संगठनों ने इस तरह की मांग उठाई है। अब देखना यह है कि महाराष्ट्र सरकार इस पर क्या कदम उठाती है और नगर निकाय क्या निर्णय लेते हैं।
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