Thackeray Group: जांच एजेंसियों की जांच अब शिवसेना ठाकरे सांसद संजय राउत के परिवार तक पहुंच गई है. संजय राउत के छोटे भाई को वित्तीय अपराध शाखा की ओर से नोटिस जारी किया गया है. इसके चलते यह जानकारी सामने आई है कि ठाकरे गुट बौखला गया है.
ठाकरे ग्रुप की मुश्किलें कम होती नजर नहीं आ रही हैं. राज्य में सत्ता हस्तांतरण के बाद ठाकरे सांसद संजय राउत को गिरफ्तार कर लिया गया। उन्हें मेल घोटाला मामले में गिरफ्तार किया गया था. राऊत दो महीने तक जेल में थे. कोर्ट से दो महीने की जमानत मिलने के बाद उन्हें जेल से रिहा कर दिया गया. इसके बाद संजय राउत के करीबी सुजीत पाटकर को ईडी ने गिरफ्तार कर लिया. सुजीत पाटकर को कोविड सेंटर घोटाला मामले में गिरफ्तार किया गया था. इस बीच युवा सेना प्रमुख आदित्य ठाकरे के करीबी सूरज चव्हाण से भी पूछताछ की गई है. अब जांच संजय राउत के घर तक पहुंच गई है.
संजय राउत के छोटे भाई को वित्तीय अपराध शाखा की ओर से नोटिस भेजा गया है. आर्थिक अपराध शाखा ने संजय राऊत के भाई संदीप राऊत को नोटिस भेजा है. जानकारी सामने आई है कि यह नोटिस खिड़ची घोटाला मामले में भेजा गया है. संदीप राउत को कल सुबह 11 बजे पूछताछ के लिए पेश होने का आदेश दिया गया है. लिहाजा, ठाकरे गुट में हड़कंप मच गया है.(Thackeray Group)
कोरोना काल में हुए कोविड घोटाले की जांच वित्तीय अपराध शाखा द्वारा शुरू की जा रही है. इस मामले में ठाकरे ग्रुप के नेता अमोल कीर्तिकर से पूछताछ की गई है. इसके अलावा इस मामले में आदित्य ठाकरे के करीबी सूरज चव्हाण का भी बयान दर्ज किया गया है. लेकिन अब इस मामले की जांच ठाकरे गुट के नेता संजय राउत के परिवार तक पहुंचती दिख रही है. क्योंकि इस मामले में संदीप राऊत के भाई संदीप राऊत को भी समन भेजा गया है.
इस मामले में संदीप राउत की सटीक भूमिका समझ में नहीं आ रही है. यह आरोप लगाया गया है कि राजनीतिक पहचान और शक्ति का उपयोग करके अनुबंध दिया गया था। अब आर्थिक अपराध शाखा की जांच में क्या जानकारी सामने आती है यह तो आने वाले समय में स्पष्ट होगा.
Also Read: शादी में मंगलसूत्र जरूरी है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि इसे पहनने का रिवाज कैसे शुरू हुआ ?