OBC Leaders Fast: ओबीसी नेता लक्ष्मण हाके पिछले पांच दिनों से भूख हड़ताल पर हैं. उन्होंने यह अनशन अंतरावली सराटी के गेट पर शुरू किया है. उनका कहना है कि उन्होंने यह अनशन अंतरवली सराती के गेट पर इसलिए शुरू किया है ताकि सरकार हमारे अनशन पर ध्यान दे. इस आंदोलन पर बीजेपी नेता पंकजा मुंडे ने संज्ञान लिया है और सरकार से नाराजगी जताई है.
ओबीसी आरक्षण की रक्षा में ओबीसी नेता लक्ष्मण हाके ने अंतरवली सराती के गेट पर अनशन शुरू कर दिया है. ये अनशन पिछले पांच दिनों से चल रहा है. लक्ष्मण हेक और उनके सहयोगी नवनाथ वाघमारे दोनों ने पिछले पांच दिनों से पानी की एक बूंद भी नहीं ली है। इन पांच दिनों में सरकार का कोई भी नुमाइंदा इस आंदोलन की ओर नहीं मुड़ा सरकार ने इस आंदोलन पर ध्यान तक नहीं दिया. आज पांचवें दिन सरकार के नुमाइंदे अनशन स्थल पर आये. लिहाजा सरकार की इस कार्रवाई पर बीजेपी नेता पंकजा मुंडे ने सार्वजनिक तौर पर नाराजगी जाहिर की है. पंकजा मुंडे ने ट्वीट कर सरकार के कान खड़े कर दिए हैं.
प्रो लक्ष्मण हेक और उनके साथी भूख हड़ताल पर हैं. पानी भी छोड़ा जाता है. पानी छोड़े जाने से उनकी हालत खराब हो रही है. सरकार की भूमिका मेरे पिता की तरह होनी चाहिए. सभी वर्गों, सभी आंदोलनों के साथ समान व्यवहार किया जाना चाहिए। सरकार से समान न्याय की उम्मीद है. पंकजा मुंडे ने ट्वीट कर सरकार को चेतावनी दी है कि उनकी भूख हड़ताल को गंभीरता से लिया जाना चाहिए. (OBC Leaders Fast)
इस बीच डॉ. अनिल वाघमारे ने बताया कि ओबीसी अनशनकारी लक्ष्मण हेक का रक्तचाप बढ़ गया है. लक्ष्मण हेक और नवनाथ वाघमारे की भूख हड़ताल का आज पांचवां दिन है और उनकी हालत बिगड़ने पर डॉक्टरों ने उनके स्वास्थ्य की जांच की. इस दौरान डॉक्टर ने बताया कि लक्ष्मण हेक का ब्लड प्रेशर और शुगर बढ़ा हुआ है. डॉक्टरों ने कहा है कि उन्हें इलाज की ज़रूरत है और हेक ने इलाज लेने से इनकार कर दिया है.
राज्यपाल से लिखित गारंटी आवश्यक है
वडिगोदरी गांव में अंतरवली सराती के द्वार पर लक्ष्मण हाके का अनशन चल रहा है. हेक पिछड़ा वर्ग आयोग के पूर्व सदस्य हैं। उनके अनशन शुरू करने के बाद ओबीसी नेता, कार्यकर्ता और आम लोग वडिगोदरी में एक साथ आते नजर आ रहे हैं. हमारे आरक्षण में खलल नहीं डाला जाना चाहिए. हमारी मांग है कि हमारे आरक्षण में किसी की भागीदारी न हो हेक ने कहा कि जब तक हमें राज्यपाल से लिखित गारंटी नहीं मिल जाती, हम भूख हड़ताल नहीं रोकेंगे. मराठों के लिए अलग से आरक्षण का हमारा कोई विरोध नहीं है. लेकिन उनका कहना है कि किसी को भी हमारे आरक्षण का हिस्सा नहीं बनना चाहिए.