मैंगलुरू सिटी पुलिस ने एक वर्ष पुराने संवेदनशील सोशल मीडिया पोस्ट मामले में मुंबई निवासी फेलिक्स एडवर्ड मैथायस (56) को गिरफ्तार किया है। यह गिरफ्तारी 5 दिसंबर 2025 को मुंबई एयरपोर्ट पर जारी Look Out Circular (LOC) के आधार पर की गई, जब आरोपी सऊदी अरब से भारत लौटा। फेलिक्स पर आरोप है कि उन्होंने फरवरी 2024 में भगवद्गीता और महिलाओं के बारे में आपत्तिजनक और भड़काऊ पोस्ट सोशल मीडिया पर अपलोड किए थे, जिनसे सांप्रदायिक वैमनस्य फैलने की आशंका थी। (Offensive Post)
फेलिक्स के खिलाफ मामला कनकनाडी सिटी पुलिस स्टेशन में फरवरी 2024 में दर्ज किया गया था। उन पर भारतीय दंड संहिता (IPC) की धाराएँ 153(A) (धर्म, वर्ग आदि के आधार पर वैमनस्य फैलाना), 504 (उकसावे की नीयत से अपमान), 507 (अनाम धमकी), 509 (महिला की मर्यादा का अपमान) और IT Act की धारा 66(D) के तहत केस दर्ज किया गया था। सोशल मीडिया पर किए आपत्तिजनक पोस्ट के स्क्रीनशॉट और लिंक शिकायत के साथ पुलिस को सौंपे गए थे।
पुलिस के अनुसार, आरोपी कथित तौर पर विदेश में रहते हुए भारत के धार्मिक ग्रंथों और महिलाओं पर आपत्तिजनक टिप्पणियां पोस्ट करता था, जिससे स्थानीय समुदाय में रोष फैल गया था। मामला दर्ज होने के बाद वह सऊदी अरब चला गया, इस कारण पुलिस ने उसके नाम पर Look Out Circular जारी किया था ताकि भारत लौटते ही उसे हिरासत में लिया जा सके।
5 दिसंबर को जब फेलिक्स मुंबई एयरपोर्ट पर पहुंचा, इमिग्रेशन अधिकारियों को LOC की जानकारी मिली और तुरंत उसे हिरासत में लिया गया। बाद में मैंगलुरू सिटी पुलिस की टीम मुंबई पहुंची और आरोपी को ट्रांजिट रिमांड पर मैंगलुरू ले गई, जहां उससे पूछताछ जारी है। (Offensive Post)
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि यह मामला संवेदनशील स्वरूप का है और जांच में यह पता लगाया जाएगा कि आपत्तिजनक सामग्री का उद्देश्य क्या था, यह पोस्ट किस सीमा तक वायरल हुई और क्या इसके पीछे किसी संगठित नेटवर्क की भूमिका थी। तकनीकी विश्लेषण के लिए आरोपी के इलेक्ट्रॉनिक उपकरण भी जब्त किए गए हैं।
इस मामले में एक अन्य आरोपी इविगिन जॉन डी’सूजा को पुलिस ने पहले ही गिरफ्तार कर लिया था। पुलिस ने बताया कि दोनों आरोपी सोशल मीडिया पर एक-दूसरे के संपर्क में थे और कथित तौर पर ऐसी पोस्टें साझा करते थे जो धार्मिक भावनाओं को भड़काने वाली मानी गईं।
स्थानीय समुदाय ने पुलिस की कार्रवाई का स्वागत किया है और कहा है कि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर धर्म और महिलाओं के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणियों पर सख्त कदम उठाया जाना जरूरी है। पुलिस का कहना है कि किसी भी तरह की घृणास्पद या अपमानजनक सामग्री बर्दाश्त नहीं की जाएगी, और ऐसे मामलों में कड़ी कानूनी कार्रवाई जारी रहेगी। (Offensive Post)
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