Online and UPI : अभी के समय में सब कुछ ऑनलाइन है। हम हर चीज़ के लिए पेमेंट ऑनलाइन करते हैं। यूपीआई कोड स्कैन कर कुछ ही सेकंड में पैसो के ट्रांजेक्शन किए जाते है। चाहे अपने बच्चे की स्कूल फीस भरनी हो या सब्जियां खरीदनी हों, आप हर काम के लिए ऑनलाइन भुगतान का उपयोग करते हैं। लेकिन अब यूपीआई और रुपे डेबिट कार्ड से भुगतान महंगा होने जा रहा है। (Online and UPI)
यूपीआई भुगतान और रुपे डेबिट कार्ड ट्रांजेक्शन पर अब अधिक शुल्क लग सकता है। इसलिए अब ऑनलाइन भुगतान और भी महंगा होने जा रहा है। इस लेनदेन पर वर्तमान में व्यापारी छूट दर लागू है। जिसे दुकानदार डिजिटल भुगतान करते समय अपने बैंक को देता है। फिलहाल ह शुल्क सरकार द्वारा माफ किया गया है। लेकिन सरकार जल्द ही इस शुल्क को पुनः लागू करने की योजना बना रही है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक बैंकिंग उद्योग की ओर से सरकार को एक प्रस्ताव भेजा गया है। इसके अनुसार जिन दुकानदारों का वार्षिक टर्नओवर 40 लाख रुपये से अधिक है। यह प्रस्ताव किया गया है कि उनके लिए एमडीआर लागू किया जाए। हालाँकि, सरकार ने अभी तक इस प्रस्ताव पर विचार नहीं किया है। हालांकि, 40 लाख रुपये से कम टर्नओवर वाले दुकानदारों पर कोई एमडीआर शुल्क नहीं लगाया जाएगा। (Online and UPI)
इस प्रस्ताव के अनुसार सरकार टियर प्रणाली लागू कर सकती है। इसका मतलब यह है कि बड़े व्यवसायों को अधिक शुल्क देना होगा । इसलिए बड़े व्यवसायों को हर महीने किए जाने वाले डिजिटल भुगतान पर शुल्क लगाना होगा। इन व्यवसायों में हर महीने लाखों-करोड़ों रुपये का डिजिटल लेनदेन होता है।
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