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Political Update: बीजेपी से नहीं डरे अजित पवार, नवाब मलिक बने NCP के फ्रंट मैन, डिप्टी सीएम ने सौंपी BMC चुनाव की कमान

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Political Update: बीजेपी से नहीं डरे अजित पवार

महाराष्ट्र की राजनीति में एक बार फिर बड़ा सियासी संदेश देते हुए उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने साफ कर दिया है कि वे भारतीय जनता पार्टी के दबाव से डरने वाले नहीं हैं। आगामी बृहन्मुंबई महानगरपालिका (BMC) चुनाव को लेकर राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) ने बड़ा फैसला लिया है। पार्टी के वरिष्ठ नेता नवाब मलिक को मुंबई में चुनावी रणनीति की कमान सौंप दी गई है, जिससे राजनीतिक हलकों में हलचल तेज हो गई है। (Political Update)

अजित पवार के इस फैसले को सियासी दृष्टि से बेहद अहम माना जा रहा है। नवाब मलिक लंबे समय से भाजपा के निशाने पर रहे हैं और उन पर कई बार गंभीर आरोप भी लगाए गए हैं। ऐसे में उन्हें NCP का फ्रंट मैन बनाकर मैदान में उतारना भाजपा को सीधी चुनौती देने जैसा माना जा रहा है। पार्टी सूत्रों के मुताबिक, अजित पवार ने स्पष्ट शब्दों में कहा है कि पार्टी अपने नेताओं के साथ मजबूती से खड़ी है और दबाव की राजनीति स्वीकार नहीं की जाएगी।

BMC चुनाव महाराष्ट्र की राजनीति का सबसे बड़ा नगर निकाय चुनाव माना जाता है। मुंबई जैसे आर्थिक केंद्र पर पकड़ बनाने के लिए सभी दल पूरी ताकत झोंक रहे हैं। NCP की ओर से नवाब मलिक को आगे करने का मकसद अल्पसंख्यक वोट बैंक को मजबूत करना, जमीनी कार्यकर्ताओं में ऊर्जा भरना और आक्रामक चुनावी रणनीति अपनाना बताया जा रहा है।

नवाब मलिक ने जिम्मेदारी मिलने के बाद कहा कि वे पार्टी नेतृत्व के भरोसे पर खरा उतरेंगे और BMC चुनाव में NCP को मजबूत स्थिति में लाने के लिए हर संभव प्रयास करेंगे। उन्होंने दावा किया कि मुंबई की जनता विकास, पारदर्शिता और जवाबदेही चाहती है, और NCP इन्हीं मुद्दों को लेकर चुनाव मैदान में उतरेगी।

इस फैसले पर भाजपा ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। भाजपा नेताओं का कहना है कि अजित पवार जानबूझकर विवादित चेहरों को आगे कर राजनीति को भटकाने की कोशिश कर रहे हैं। भाजपा का आरोप है कि नवाब मलिक पर लगे आरोपों को नजरअंदाज कर उन्हें बड़ी जिम्मेदारी देना जनता के साथ विश्वासघात है।

वहीं NCP ने भाजपा के आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया है। पार्टी नेताओं का कहना है कि यह फैसला पूरी तरह राजनीतिक और संगठनात्मक सोच के तहत लिया गया है। उनका दावा है कि भाजपा डर की राजनीति के जरिए विपक्ष को कमजोर करना चाहती है, लेकिन अजित पवार के नेतृत्व में NCP इससे डरने वाली नहीं है।

राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि यह कदम BMC चुनाव को और अधिक रोचक बना देगा। अजित पवार द्वारा नवाब मलिक को आगे करना यह संकेत देता है कि NCP अब रक्षात्मक नहीं, बल्कि आक्रामक राजनीति के मूड में है। आने वाले दिनों में इस फैसले का असर चुनावी समीकरणों और गठबंधनों पर भी देखने को मिल सकता है। (Political Update)

फिलहाल, BMC चुनाव से पहले NCP के इस कदम ने महाराष्ट्र की राजनीति में नई चर्चा को जन्म दे दिया है और सभी की नजरें अब आने वाले राजनीतिक घटनाक्रम पर टिकी हैं। (Political Update)

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