पहले से ही महंगाई (Dearness) से जूझ रहे लोगों को अब दोहरी मार झेलनी पड़ेगी. जीएसटी परिषद ने खाद्यान्न और डेयरी उत्पादों पर पांच प्रतिशत जीएसटी लगाने का फैसला किया है। 28 और 29 जून को चंडीगढ़ में हुई जीएसटी काउंसिल की बैठक में कुछ जरूरी चीजों पर टैक्स बढ़ाने की सिफारिश की गई थी।
बैठक में अनाज, लस्सी और दही जैसे दैनिक भोजन पर 5 प्रतिशत जीएसटी लगाने की भी सिफारिश की गई थी। केंद्रीय वित्त मंत्रालय ने कहा है कि जीएसटी की दरें 18 जुलाई से लागू हो जाएंगी। अब तक केवल ब्रांडेड और पैकेज्ड अनाज और खाद्य पदार्थ ही जीएसटी के अधीन थे। लेकिन अब खुदरा में पैकेजिंग के रूप में बिकने वाली वस्तुओं पर पांच प्रतिशत जीएसटी लगाने की सिफारिश की गई है। इसलिए पहले से महंगाई से जूझ रहे आम आदमी को और मुश्किलों का सामना करना पड़ेगा।
व्यापार संघों ने कहा है कि जीएसटी की बढ़ी दरें उपभोक्ताओं को प्रभावित करेगी। फेडरेशन ऑफ एसोसिएशन ऑफ ट्रेडर्स महाराष्ट्र और द पूना मर्चेंट चैंबर्स ने केंद्र सरकार के फैसले का विरोध करने का फैसला किया है।
Reported By :- Rajesh Soni